गूगल ने अपने प्ले स्टोर्स से 11 मोबाइल ऐप्स को हटाया
न्यूज़ | 11 Jul 2020, 4:36 PMगूगल ने अपने प्ले स्टोर्स से 11 मोबाइल ऐप्स को हटा दिया है। ये सभी ऐप्स नामी मैलवेयर Joker (जोकर मैलवेयर) से इनफेक्टेड थे और गूगल इन्हें साल 2017 से ट्रैक कर रही थी।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- हम अमेरिका में TikTok को बैन करने जा रहे हैं
सरकार ने जिन 47 चीनी एप्स पर लगाया आज प्रतिबंध उनमें शामिल हैं ये नाम
भारत सरकार ने और 47 चीनी एप्स पर लगाया प्रतिबंध, पिछले महीने कर चुकी है 59 एप्स को बैन
ऐप बैन के बाद पहली बार आमने-सामने होंगे भारत-चीन के IT मंत्री
गूगल ने अपने प्ले स्टोर्स से 11 मोबाइल ऐप्स को हटा दिया है। ये सभी ऐप्स नामी मैलवेयर Joker (जोकर मैलवेयर) से इनफेक्टेड थे और गूगल इन्हें साल 2017 से ट्रैक कर रही थी।
फेसबुक ने इस समस्या के लिए उसके सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट (एसडीके) में एक बग को बताया जिसे कुछ ही समय में ठीक कर दिया गया था।
अमेजन ने कर्मचारियों को उनके फोन से टिकटॉक को हटाने को कहा है। कंपनी ने ऐसा सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए कहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस खबर की पुष्टी की है।
भारत सरकार ने देश की संप्रभुता और अखंडता और डेटा सुरक्षा को खतरा बताते हुये इन ऐप को बंद किया। लेकिन सरकार के इस निर्णय को 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन के बीच हुए हिंसक संघर्ष से जोड़कर देखा जा रहा है।
इससे पहले यह एप महज 10 दिनों में 30 लाख डाउनलोड पर पहुंच गया और करीब 72 घंटों में 500,000 बार डाउनलोड हो चुका है।
सरकार ने अलग अलग तरीके के 59 मोबाइल एप को देश की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पूर्वाग्रह रखने वाला बताते हुए उन पर प्रतिबंध लगाया है।
एजेंसी ने परामर्श में कहा कि जानकारी मिली है कि गूगल ने क्रोम वेब स्टोर से गूगल क्रोम ब्राउजर के ऐसे 106 एक्सटेंशन हटा दिए हैं जो उपभोक्ता के संवेदनशील डेटा को एकत्रित कर रहे थे।
कंपनी बैन को हटवाने के लिए प्रयास कर रही है। TikTok ने एक बयान में कहा कि उसे संबंधित सरकारी पक्षों से मिलने और स्पष्टीकरण देने के लिए बुलाया गया।
TikTok ने कहा है कि वे भारतीय कानून के तहत यूजर्स की प्राइवेसी के लिए प्रतिबद्ध हैं और अगर उनसे कहा जाता है तो वे भविष्य में भी किसी के साथ डाटा शेयर नहीं करेंगे।
टिकटॉक ने आधिकारिक बयान जारी किया है। टिकटॉक ने बयान में कहा कि एप को बंद करने के लिए सरकार के आदेश के अनुपालन की प्रक्रिया में हैं।
ये सभी चीनी कंपनियां अपनी सरकार के निर्देशों के तहत इस डाटा का भी इस्तेमाल करती थीं।
भारत सरकार ने जिन Apps को बैन किया है, उनकी सूची अभी इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स/गूगल/एप्पल को भेजी जाएगी। तब सरकार द्वारा दी गई जानकारी या कहें आदेश के बाद ही यह कंपनियां इन Apps को अपने स्टोर्स से हटाएंगी।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़