आनसाईटगो ने यह सर्वेक्षण लोगों में मोबाइल फोन के प्रयोग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए तथा मोबाइल को टूटने से बचाने हेतु किया। आनसाईटगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुणा महिपाल ने कहा, "अगर लोगों को समझाया जाए कि मोबाइल फोन कौन सी स्थिति में टूट सकता है तो वे उन परिस्थितियों में अधिक सतर्कता बरत सकते हैं।"
सर्वेक्षण में पाया गया कि मरम्मत के लिए आए सर्वाधिक स्मार्टफोन में स्क्रीन टूटने की समस्या रही। मोबाइल फोन की स्क्रीन गिरने से टूटती है। गोरिल्ला ग्लास जैसे अत्याधुनिक तकनीक और टेम्पर्ड ग्लास के उपयोग से स्क्रीन खराब होने का खतरा कम होता है फिर भी इससे पूर्ण सुरक्षा नहीं मिलती। सर्वेक्षण से मिले कुछ रोचक तथ्यों पर गौर करें तो 36 प्रतिशत भारतीय स्क्रीन के टूटने के बाद भी या उंगली कटने के बावजूद उसका प्रयोग करते रहते हैं। 37 प्रतिशत भारतीयों के मुताबिक मरम्मत का खर्च सर्वाधिक है। 50 प्रतिशत भारतीय तो अपनी ही गलती से मोबाइल खराब करते हैं।