नई दिल्ली: ट्विटर इस बात पर ध्यान नहीं दे रहा है कि उसके यूजर्स उसके प्लेफोर्म पर 'कॉपीपेस्ट' कर रहे है। यहां मूल रूप से यूजर्स द्वारा लिखी हुई एक ही सामग्री को कॉपी, पेस्ट और ट्वीट करने के बार में यह खबर है। इसे कम करने और साहित्यिक चोरी को बचाने के लिए अब कंपनी ऐसे ऐसा ना हो इसे देखेगी और इसपर रोक लगाएगी। कंपनी ने अपने ट्विटर कॉम्स हैंडल के माध्यम से इसकी घोषणा की।
कंपनी ने लिखा कि ट्विटर ने अपनी सेंसरशिप नीति में एक अपडेट की घोषणा की है। अब यह नीति सुनिश्चित करेगी कि लोग इस तरह के 'कॉपीपेस्ट' ट्वीट का उपयोग कम करें। यदि आप यह नही जाते यह क्या है तो कॉपीपेस्ट मूल रूप से टेक्स्ट होता है जिसे ऑनलाइन फोरम और सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों के माध्यम से व्यक्तियों द्वारा इंटरनेट पर कॉपी और पेस्ट किया जाता है।'
कॉपीपेस्ट ट्वीट्स का उपयोग न केवल व्यक्तियों द्वारा किया जाता है, बल्कि विभिन्न अभियानों को चलाने के लिए कंपनियों के माध्यम से भी किया जाता है। हालांकि, यह व्यापक पैमाने पर स्पैमिंग और द्वेषपूर्ण अभियानों में परिणाम देता है। साथ ही यह उपयोगकर्ताओं को दूसरों के विचारों को चुराने का मौका देता है।
कॉपीपेस्ट से न केवल विचारों, बल्कि अन्य मूल सामग्री को भी व्यक्ति की स्वयं की सामग्री के रूप में दिखाया जा सकता है। यह उन रचनाकारों के काम को जोखिम में डाल रहा है जो मूल ट्वीट और बौद्धिक गुण बनाते हैं। ट्विटर ने अभी तक यह पुष्टि नहीं की है कि वे कॉपीपेस्ट के ट्वीट को कैसे सीमित करने जा रहे हैं।