सेकंड हैंड कार खरीदने से पहले एक और चीज की तसल्ली करनी बेहद जरूरी है। यदि गाड़ी ज्यादा पुरानी नहीं है तो आप सामने वाले शख्स से उसके सर्विस रिकॉर्ड मांग सकते हैं। इससे आपको गाड़ी की कंडीशन के बारे में भी ठीक-ठीक अंदाजा हो जाएगा और यह भी पता चल जाएगा कि बंदे ने सही वक्त पर गाड़ी की सर्विस कराई है या नहीं। सर्विस रिकॉर्ड अच्छा हो तो गाड़ी खरीदने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। लेकिन अगर हाल ही में खरीदी गाड़ी का सर्विस रिकॉर्ड देने में भी आनाकानी की जाने लगे तो समझ जाइए कि कोई तो चक्कर है।
यह भी पता कर लें कि आप जिस कार को लेने गए हैं उसे सामने वाले ने भी तो सेकंड हैंड कार के तौर पर नहीं खरीदा था। बार-बार खरीदी बेची गईं कारें अक्सर धोखा ही देती हैं।
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