नई दिल्ली: भारत के कंप्यूटर बाजार में साल की पहली तिमाही के मुकाबले दूसरी तिमाही में 7.2 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। 2016 की पहली तिमाही में जहां कुल मिलाकर 19.9 लाख पर्सनल कंप्यूटरों की बिक्री की गई थी, वहीं दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा 21.4 लाख कंप्यूटरों का रहा। इस दौरान हेवलेट पैकर्ड (एचपी) भारत की सबसे बड़ी निर्यातक कंपनी रही।
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ओवरऑल मार्केट शेयर की बात करें तो 2016 की दूसरी तिमाही में 28.4 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ हेवलेट पैकर्ड (एचपी) ने पहले स्थान पर कब्जा जमाया। 22.2 पर्सेंट के मार्केट शेयर के साथ डेल दूसरे और 16.1 प्रतिशत के मार्केट शेयर के साथ एसर तीसरे नंबर पर रही। यह जानकारी शोध कंपनी आईडीसी की नवीनतम रपट में दी गई है।
साल की पहली तिमाही में पहले नंबर की कंपनी और दूसरे नंबर की कंपनी के बीच का अंतर कहीं कम था। पहली तिमाही में 25.1 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी के साथ हेवलेट पैकर्ड (एचपी) पहले नंबर पर और 23.6 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ डेल दूसरे नंबर पर थी।
हालांकि पिछले साल की तुलना में वर्ष 2016 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में पर्सनल कंप्यूटरों की बिक्री 2.2 प्रतिशत गिरकर 21.4 लाख यूनिट रह गई। पिछले साल इसी तिमाही में बिक्री का यह आंकड़ा 21.9 लाख यूनिट था। हालांकि जनवरी-मार्च की पिछली तिमाही के आधार पर पर्सनल कंप्यूटरों की बिक्री में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
आईडीसी इंडिया में वरिष्ठ बाजार विश्लेषक (ग्राहक उपकरण) मनीष यादव ने कहा, ‘इस पूरी तिमाही में ग्राहकों का खर्च हल्का रहा। हालांकि तिमाही का अंत एक सकारात्मक रूख पर खत्म हुआ।‘ यादव ने कहा कि ग्रामीण भारत के लिए बजट अनुदान में वृद्धि और सातवें वेतन आयोग के लागू होने से फायदा होगा। इसी के साथ मानसून अच्छा रहने से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में मांग बेहतर होगी।