बर्लिन: वैज्ञानिकों ने एक सरल तरीका खोजा है जिसके जरिए सूरज की रोशनी का इस्तेमाल करते हुए पानी में मौजूद प्रदूषकों को हटाया जा सकता है। जर्मनी में मार्टिन लूथर विश्वविद्यालय (MLU) के शोध कर्मियों ने घुले हुए प्रदूषकों को हटाने के लिए पानी में आसानी से गतिशील इलेक्ट्रॉन यानी हाइड्रेटेड इलेक्ट्रॉन्स का उपयोग किया।
MLU में प्रोफेसर मार्टिन गोएज ने बताया, ‘‘ये इलेक्ट्रॉन काफी प्रतिक्रियाशील हैं और प्रतिक्रिया के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। ये सख्त प्रदूषकों को भी तोड़ने में सक्षम हैं।’’ इस काम के लिए इलेक्ट्रॉन को मॉलिक्यूलर कंपाउंड से छोड़ना पड़ता है, जहां इन्हें पूरी तरह से बंद रखा जाता है।
अब तक ऐसे इलेक्ट्रॉन्स को पैदा करना बहुत जटिल और खर्चीला रहा है। लेकिन, अब शोधकर्मियों ने एक नई प्रक्रिया विकसित की है जिसमें ऊर्जा के एकमात्र स्रोत के रूप में ग्रीन लाइट एमिटिंग डायोड की जरूरत होती है। वांछित प्रतिक्रिया कराने के लिए उत्प्ररेक के तौर पर विटामिन C और धातु मिश्रण का इस्तेमाल किया जाता है।
नई प्रक्रिया की आगे जांच से पता चला कि हाइड्रेटेड इलेक्ट्रॉन पैदा करने का ये सक्षम तरीका है और साथ ही इसका और भी उपयोग हो सकते हैं। शोधकर्मियों ने नए तरीके का इस्तमाल प्रदूषित पानी पर किया। छोटे सैंपल में इस विधि से पानी के प्रदूषकों को हटाने में सहायता मिली है।