वाशिंगटन: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ब्रह्मांड के रहस्यों का खुलासा करने के लिए हर वक्त नए-नए उपायों में जुटी रहती है और ऐसे ही एक प्रयास के तहत नासा ने बोइंग 747 एसपी जेटलाइनर विमान पर एक दूरबीन लगा दी है, जो हवाईजहाज़ की उड़ान के दौरान ग्रहों, क्षुद्रग्रहों और आसपास की आकाशगंगाओं का अध्ययन कर रही है। ऐसी वैज्ञानिक उड़ानों की चौथी श्रृंखला नासा पहले ही शुरू कर चुकी है।
कुल 106 उड़ानों के दौरान दूरबीन करेगी अपना काम
इस दूरबीन का नाम स्ट्रेटोस्फियरिक ऑब्सर्वेटरी फॉर इन्फ्रारेड एस्ट्रोनोमी (सोफिया) है जो एक साल की अवधि के दौरान अध्ययन करेगी और इस अवधि को नाम दिया गया है साइकल 4। यह दूरबीन अब से लेकर जनवरी 2017 के बीच 106 उड़ानों के साथ अध्ययन करेगी। नासा की सोफिया परियोजना की वैज्ञानिक पामेला मरकम ने कहा, साइकल 4 कार्यक्रम में 550 घंटे से अधिक अध्ययन किया जाएगा।
नासा बना रहा है हब्बल स्पेस टेलीस्कोप से भी 100 गुना बड़ी टेलीस्कोप
इससे पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने ब्रह्मांड के रहस्यों का खुलासा करने के प्रयास के तहत एक चौड़ी टेलीस्कोप के निर्माण की घोषणा की थी, जो हब्बल स्पेस टेलीस्कोप से 100 गुना अधिक बड़ी होगी। इस टेलीस्कोप का नाम वाइड फील्ड इंफ्रारेड सर्वे टेलीस्कोप (डब्ल्यूएफआईआरएसटी) होगा, जो शोधकर्ताओं को डार्क एनर्जी (गुप्त ऊर्जा) व डार्क मैटर के रहस्यों का खुलासा करने व ब्रह्मांड के विकास की जानकारी प्रदान करने में मदद करेगा।