माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर इस समय विवादों में हैं। देश विरोधी ट्विटर हैंडलों से सरकार विरोधी ट्वीट को हटाने को लेकर ट्विटर की आनाकानी के बीच सरकार ने अब इसका विकल्प तलाशना शुरू कर दिया है। इस बीच ट्विटर जैसा ही एक भारतीय एप koo इस समय काफी चर्चा में है। Kooapp को ट्विटर के जवाब में स्वदेशी ब्लागिंग प्लेटफॉर्म कहा जा रहा है। खास बात यह है कि ट्विटर से दूरी बनाते हुए अब सरकार के कई मंत्री और मंत्रालय इस koo एप पर आ गए हैं।
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भारतीय माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म koo पर देश का आईटी मंत्रालय आ चुका है। इसके अलावा प्रसार भारती ने भी बुधवार शाम Kooapp पर आने की घोषणा कर दी। ट्वीटर पर लाखो फॉलोवर वाले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल और स्मृति ईरानी ने koo प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल शुरू किया। जल्द ही दूसरे मंत्री भी koo का इस्तेमाल करेंगे।
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अमेरिका से लेकर भारत सरकार से विवाद
ट्विटर के साथ इस समय कई देशों की सरकार से मनमुटाव चल रहा है। जहां केपिटल हिल पर हुए प्रदर्शन को लेकर ट्रम्प के ट्वीट को ब्लॉक किया वहीं भारत में 26 जनवरी लाल किले पर प्रदर्शन को ट्वीटर ने अभिव्यक्ति की आज़ादी माना। सरकार के बार— बार नोटिस के बावजूद ट्विटर पुख्ता फैसला नही ले पाया। कभी ब्लॉक किया और फिर तुरंत उसे अनब्लॉक भी कर देता था। यही वजह है कि अब भारतीय माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफ़ार्म koo को मोदी सरकार के मंत्री तरजीह दी रहे है।