नई दिल्ली: भारत का सबसे बड़ा मोबाइल भुगतान और वाणिज्य मंच 'पेटीएम' अब एक से ज्यादा तरीकों से उत्सवों का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। उम्मीद की जा रही है कि इस भाई दूज पर भारत भर के भाई अपनी बहनों को उपहार के रूप में पैसे भेजने के लिए पेटीएम की मदद लेकर और स्मार्ट बनेंगे। पेटीएम के माध्यम से उपहार में पैसे भेजने की प्रवृत्ति इस साल की ईद के बाद शुरू हुई है और रक्षाबंधन, दिवाली और भाई दूज तक जारी रहेगी। इसके लचीलेपन और सुविधा के कारण पेटीएम केश पसंदीदा उपहार विकल्प के रूप में उभर रहा है।
भाई पेटीएम एप्लिकेशन में केवल 'सेंड/पे मनी' विकल्प पर क्लिक करए अपनी बहन का मोबाइल नंबर भरके, राशि डालकर और सेंड पर टैप कर सकते हैं। भाई कहीं भी हो उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। बहन को तुरंत उसका भाई दूज का उपहार धन प्राप्त होगा।
पेटीएम स्वीकार करनेवाले ऑफलाइन और ऑनलाइन व्यापारियों के विशाल नेटवर्क की बदौलत बहनें इस पेटीएम केश का अपनी इच्छानुसार प्रयोग कर सकती हैं। वे खरीदारी कर सकती हैं, दोस्तों के साथ कोई फिल्म देखना, अच्छा खाने का आनंद लेना या ऑनलाइन रिचार्ज या टैक्सी सवारी जैसी दैनिक उपयुक्तता का भुगतान कर सकती हैं। पेटीएम केश अद्वितीय पसंद और चोरी और नुकसान के जोखिम से मुक्ति प्रदान करता है।
पेटीएम की डीजीएम सोनिया धवन ने कहा, "पेटीएम केश के बेहद लोकप्रिय उपहार देने के विकल्प के रूप में उभरते हुए देखना खुशी की बात है। हमने इस प्रवृत्ति को ईद के बाद से उभरते हुए देखा है और यह रक्षाबंधन और दिवाली पर जारी है। भाई दूज पर हम इस प्रवृत्ति में मजबूत वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। यही भारी प्रतिक्रिया भारत को सही मायनों में कैशलेस बनाने के हमारे प्रयासों का एक बड़ा कारक है।"
पेटीएम भारत का सबसे बड़ा मोबाइल भुगतान और वाणिज्य मंच है। इसका लक्ष्य अपने वर्तमान 1.40 करोड़ से भी अधिक उपयोगकर्ता आधार के साथ, पेटीएम का मोबाइल भुगतान, वाणिज्य और जल्द ही शुरू होनेवाली भुगतान बेंकिंग सर्विस के माध्यम से आधे अरब भारतीयों को अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में लाना है।
भारत की अग्रणी मोबाइल इंटरनेट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस के उपभोक्ता ब्रांडए पेटीएम का प्रमुख कार्यालय दिल्ली क्षेत्र में है। कंपनी के निवेशकों में एंट फाइनन्शियल (अलिपे), अलीबाबा ग्रुप, सैफ पार्टनर्स, मीडियाटैक, सैफिरे वेंचर और सिलिकॉन वैली बैंक शामिल हैं।