तोक्यो: जापान ने शनिवार को एक रॉकेट लॉन्च किया और अपने नए क्वासी-जेनिथ उपग्रहों का तीसरा उपग्रह उसकी कक्षा में स्थापित कर दिया, ताकि वैश्विक स्थिति निर्धारण प्रणाली (GPS) की सटीकता को सुधारने में मदद मिल सके। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह उपग्रह जापान के कोगोशिमा प्रांत के तानेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। इसको मूलत: एक हफ्ते पहले ही लॉन्च करने की तैयारी थी, लेकिन रॉकेट में आई तकनीकी खराबी के कारण इसे छोड़ने में देर हो गई।
H-2A नाम के इस रॉकेट को जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) और मित्सुबिशी हेवी इंडस्ट्री लिमिटेड ने मिलकर लॉन्च किया। इसके साथ 4 उपग्रह के नक्षत्रों के हिस्से मिशिबिकी नंबर 3 को उसकी कक्षा में स्थापित किया गया। मिशिबिकी उपग्रह का प्रयोग धरती पर चीजों की स्थिति का पता लगाने में किया जाता है। इस प्रणाली के पहले उपग्रह को अंतरिक्ष में 7 साल पहले भेजा गया था और दूसरे उपग्रह को इस साल की शुरुआत में भेजा गया, जबकि चौथे उपग्रह को इस साल अक्टूबर में भेजा जाएगा।
जापान की यह नई उपग्रह प्रणाली आधिकारिक रूप से अगले साल से काम करना शुरू कर देगी और इससे जीपीएस के लिए जापान की अमेरिका पर निर्भरता खत्म हो जाएगी।