भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO इसरो ने अंतरिक्ष में एक और इबारत लिख दी है। इसरो ने सोमवार को भारतीय रॉकेट पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (PSLV) द्वारा इलेक्ट्रॉनिक इंटेलीजेंस उपग्रह, एमिसैट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। एमिसैट (EMISAT) का प्रक्षेपण रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) के लिए किया जा रहा है। एमिसेट दुश्मन के रडार का पता लगाने में सक्षम है। एमिसैट के साथ रॉकेट तीसरे पक्ष के 28 उपग्रहों को ले कर गया है। इसरो (ISRO) ने कहा कि रॉकेट पहले 436 किग्रा के एमिसैट को 749 किलोमीटर के कक्ष में स्थापित करेगा।
पीएसएलवी-सी45 के साथ गए 28 विदेशी सैटेलाइट
PSLV-C45 डीआरडीओ की ओर से तैयार EMISAT को ले कर गया है। यह अंतरिक्ष में भारत के सर्विलांस को मजबूत करेगा। इसके अलावा 28 विदेशी नैनो सैटलाइट्स को भी इसरो ने इसके जरिए लॉन्च किया है।
5000 लोगों ने देेेखी लॉन्चिंग
इसरो के सफल रॉकेट लॉन्चिंग की तस्वीरें करीब 5000 लोगों नेे सीधे देखीं। इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर में पहली बार इस प्रकार की व्यवस्था की है। इसरो नेे आज पीएसएलवी-सी45 को लॉन्च किया है। इसरो ने ट्वीट कर इस खास सुविधा की तस्वीर भी पेश की है। इसरो ने आम लोगों को रॉकेट लॉन्चिंग और स्पेस ऐक्टिविटीज दिखाने के लिए स्टेडियम सरीखी गैलरी तैयार कराई है। इसमें 5,000 लोगों के बैठने की क्षमता है। इस गैलरी के सामने दो लॉन्चपैड होंगे और यहां से बैठकर रॉकेट लॉन्चिंग का नजारा बड़ी आसानी से देखा जा सकेगा। इसरो ने आम लोगों को मुफ्त में अपने अभियानों को देखने की सुविधा अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की तर्ज पर शुरू की है। नासा की ओर से भी आम लोगों को रॉकेट लॉन्चिंग समेत स्पेस ऐक्टिविटीज को देखने का मौका दिया जाता है।