हैदराबाद: टेक्नॉलोजी के दौर में आजकल लगभग हर चीज़ के लिए ऑनलाइन ऐप का निर्माण किया जा चुका है। ऐसे में यदि कोई भी काम आप बीना किसी परेशानी के करना चाहें तो वह केवल एक ऐप के माध्यम से ही संभव हो जाता है। टेक्नॉलोजी के बढ़ते इस्तेमाल के चलते अब समुद्र में जीवन और संपत्तियों की खोजबीन के लिए भी एक ऐप लांच किया है। भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (आईएनसीओआईएस) हैदराबाद ने ऐसा ही एक मोबाइल ऐप विकसित किया है जो समुद्र में लोगों के जीवन और संपत्तियों की रक्षा करेगा। (भारत में लॉन्च हुआ Samsung का यह धांसू फोन, 13MP का है फ्रंट कैमरा)
सारत नाम का यह टूल 64 तरह के खोए हुए चीजों का पता लगाने में मदद करेगा, जिसमें नाव, जहाज और उस पर सवार लोग भी शामिल हैं। इस ऐप को राष्ट्रीय समुद्री खोज और बचाव (एनएमएसएआर) के अध्यक्ष और भारतीय तटरक्षक के महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने सोमवार को नई दिल्ली में लांच किया। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है।
सारत प्रणाली का वेब वर्शन पिछले साल जारी किया गया था, जिसे भारतीय तटरक्षक, भारतीय नौसेना और तटीय सुरक्षा पुलिस के खोज अभियान में वक्त बचाने तथा उनके विभिन्न अभियानों के दौरान जिन्दगी बचाने, लोगों को घायल होने से बचाने तथा संपत्तियों की बरबादी को बचाने के लिए लांच किया गया था।
इस ऐप पर लोग उस जगह को चिन्हित कर सकते हैं, जहां कोई वस्तु या व्यक्ति आखिरी बार देखा गया था। इसी प्रणाली के इस्तेमाल से भारतीय तटरक्षक के साल 2015 में चेन्नई से उड़ान भरने के बाद गायब हुए डोर्नियर की खोज की गई थी। (शुरू हुई Nokia 5 स्मार्टफोन की प्री-ऑर्डर बुकिंग, साथ में मिलेंगे ये जबर्दस्त ऑफर)