इधर मैं देख रहा हूं कि देश-दुनिया में बहुत सारे बदलाव हो रहे हैं...मेरे श्रीमुख से इतना निकला ही था कि श्रीमती जी ने हर बार की तरह डपटते हुए तानों की ऐसी गुगली फेंकी कि मैं फिर से बोल्ड हो गया...लेकिन इस बार मैंने ताल ठोककर कहा...अरे भागवान! फिक्र मत करो...पूरे 1 दर्जन फोन मंगवा रहा हूं, वो भी ऑनलाइन...ये सुनकर श्रीमती जी का गुस्सा तो थोड़ा शांत हुआ। लेकिन मेरा दिमाग तब से भन्नाया हुआ है, जिस दिन से मैंने इस अनोखे फोन के बारे में सुना... नाम है ‘फ्रीडम-251’... जब से मार्केट में ये लॉन्च हुआ तब से इंडियावाले सदमे में हैं...। शाहरूख खान की फिल्म ‘हैप्पी न्यू ईयर’ तो देखी ही होगी आप लोगों ने...उसमें एक गाना है ‘’कहते हैं हमको प्यार से इंडियावाले’’... ऐसे ही नहीं कहते हमें इंडियावाले... उसके पीछे रीजन है जी...251 रूपये का फोन और कहीं मिल सकता है, सिवाय इंडिया के...। अमेरिका भले ही सुपरपावर और विकसित होने का दंभ भरे...लेकिन ऐसा करने के लिए जिगरा चाहिए भइया...और वो अपने देश के एक भइया ने कर दिखाया...।
इस फोन के लॉन्च होने की सबसे ज्यादा खुशी अगर किसी को हुई होगी, तो वो अनुपम खेर को...आखिरकार उनका शो ‘’कुछ भी हो सकता है’’ सार्थक हो गया...क्योंकि अगर 251 रूपये का फोन आ सकता है, तो लाइफ में कुछ भी हो सकता है...इत्ते कम कीमत पर फोन...ओह माई गॉड...जहां पहले लोग 108 दानों की रूद्राक्ष की माला जपते थे, वहीं अब अगर चाहें तो रूद्राक्ष की जगह 108 मोबाइल की माला बनाकर ‘’फ्रीडम-251 नम:’’ का जाप कर सकते हैं।...जितने का यह फोन है उससे ज्यादा तो लोग आजकल शादी में न्योता दे देते हैं...धीरूभाई अंबानी का घर-घर फोन पहुंचाने का सपना साकार होता नज़र आ रहा है...। यह बात दीगर है कि ये काम मुकेश या अनिल ने न करके किसी और ने करने की ठानी है...।
वो दिन दूर नहीं जब गली-मोहल्लों में मोबाइल रेहड़ी लगाने वाले ठेली पर लेकर घूमा करेंगे और कुछ इस तरह चिल्लाएंगे... मोबाइल ले लो... मोबाइल... बढ़िया मोबाइल ले लो... सस्ता और टिकाऊ मोबाइल... आ जाओ काकी... अम्मा आ जाओ... 25 रूपये किलो मोबाइल...। और हद तो तब हो जाएगी जब लोग उसमें भी बारगेनिंग कराएंगे...। कस्टमर- देखो भइया सही से लगा लो...आपस की बात है... 22 रूपये किलो लगा लो... दुकानदार- अच्छा चलो ठीक है... 23 रूपये किलो. लगा लो... न तुम्हारी न हमारी... दुकान बंद करने का टाइम हो रहा है... खत्म करना है इसको आज..।
किराने की दुकान पर कोई सामान लेने पर अगर खुल्ले पैसे नहीं होंगे तो बदले में दुकानदार आपको एक मोबाइल दे देगा...। जो लोग अभी भी कह रहे हैं कि देश में किसी चीज की आजादी नहीं है... 251 में फ्रीडम... बताओ ऐसी आजादी और कहां... लेकिन लोगों का काम है कहना... कुछ तो लोग कहेंगे...। और अपने यहां तो वैसे भी लोग हर चीज पर सवाल उठाते हैं...पीठ पीछे तो लोग भगवान को भी अपशब्द बोल देते हैं... सो कुछ लोग 251 वाले फोन को भी बुरा-भला कह रहे हैं... अरे ये तो ऐसा है... ये तो वैसा है... भरोसेमंद नहीं है... । लेकिन सच बताऊं ये वही लोग हैं जिन्होंने सबसे पहले ऑर्डर दे दिया है...। वो भी 1-2 नहीं पूरे दर्जन-दर्जन भर फोन का... ऐसा लग रहा है अगली सात पुश्तों तक आने वाली पीढ़ियों को अब मोबाइल नहीं खरीदना पड़ेगा... ऐसे डबल स्टैंडर्ड लोग बिल्कुल बर्दाश्त नहीं...।
फोन की कीमत 251 रू. सुनकर लोगों ने ऐसी छीछालेदर मचायी कि ऑनलाइन ऑर्डर की साइट ही क्रैश हो गई... ठीक वैसे जैसे पेड़ पर पका हुआ आम हो... रखवाली करने वाला थोड़ी देर के लिए कहीं चला जाए और उसकी गैरमौजूदगी में फिर यूपी-बिहार वाले उस आम के पेड़ का जो हाल करते हैं...। सिम से भी सस्ता मोबाइल... इस फोन के मार्केट में आने से चोर-उचक्कों का करियर भी खतरे में पड़ गया है...। पहले राह चलते-चलते मोबाइल पर भी हाथ साफ कर लिया तो महीना निकल जाता था लेकिन इतने सस्ते मोबाइल पर हाथ साफ करके भी क्या करेंगे..।
रोजी-रोटी पर विकट संकट आ गया है... भगवान ही मालिक है उनका अब... ऊपर से इस मोबाइल ने महंगे मोबाइलों का स्टेटस गिरा दिया है... जो लोग एप्पल का आईफोन टाइप महंगे फोन रखते हैं वो लोग इसको जेब में रखने पर शर्मिंदगी महसूस करेंगे... मुझे तो डर इस चीज का है कि ये इलीट क्लास के लोग स्टेट्स हानि का केस न कर दें...।
वैसे भी देश में केस दर्ज करवाने का सीजन चल रहा है... इसलिए मेरी तो सरकार से गुजारिश है कि इस ‘’फ्रीडम- 251’’ फोन को ‘’आम आदमी फोन’’ का दर्जा दे दे..।
( ब्लॉग लेखक विशाल दुबे युवा व्यंग्यकार हैं और वर्तमान में देश के नंबर वन चैनल इंडियाटीवी में कार्यरत हैं)