बीजिंग: चीन में अपनी दस्तक देते हुए गूगल ने बुधवार को कहा कि वह बीजिंग में एक रिसर्च लैब खोलेगा जिसमें आर्टिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर फोकस रहेगा। गूगल का यह एशिया में अपने तरह का पहला केंद्र होगा। चीन में गूगल के सर्च इंजन और यूट्यूब समेत इसकी कई सेवाओं पर प्रतिबंध है।
गूगल के चीन में खोले जाने वाल एआई सेंटर में अन्य एआई रिसर्च ग्रुप्स को शामिल किया जाएगा जो न्यूयार्क, टोरंटो, लंदन, ज्यूरिख समेत दुनिया के अन्य हिस्से में कंपनी के पास हैं। गूगल क्लाउड एआई व मशीन लर्निग के मुख्य वैज्ञानिक फेई-फेई ली ने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है- " हमने पहले ही कुछ उच्च कोटि के विशेषज्ञों को शामिल किया है और आगामी महीनों में टीम बनाने की दिशा में काम करते रहेंगे। "
गूगल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में चीन में उच्च कोटि के विशेषज्ञ और मशीन लर्निग मौजूद हैं। साथ ही, बीजिंग में सेंटर खोलने का मकसद देश की सर्वोत्तम एआई प्रतिभा को अपने साथ जोड़ना है।
ली ने कहा, "मेरा मानना है कि एआई और इसके फायदे की कोई सीमा नहीं है। शुरुआत भले ही सिलिकन वैली में हो, या बीजिंग या कहीं अन्य जगह इसमें हर किसी के जीवन को बेहतर बनाने की क्षमता है। और हम बेहतरीन एआई प्रतिभा के साथ काम करना चाहते हैं चाहे यह प्रतिभा कहीं भी हो। "
चीन में गूगल एआई केंद्र से गूगल अपन कार्य प्रकाशित करेगा। साथ ही गूगल की ओर से एआई रिसर्च कम्युनिटी की मदद के लिए फंड मुहैया किया जाएगा और एआई सम्मेलनों व कार्यशालाओं के प्रायोजन के जरिये उसे सहायता प्रदान किया जाएगा। गूगल एआई रिसर्च कम्युनिटी के साथ काम करेगा।
गूगल ने बीजिंग की प्रतिबंध की नीतियों के चलते सात साल पहले चीन में अपना सर्च इंजन बंद कर दिया था। इससे पहले इस महीने भारत में पैदा हुए गूगल के कार्यकारी प्रमुख सुंदर पिचई ने कहा था कि गूगल के कई कार्यो का लाभ चीनी कंपनियों को मिल रहा है। शंघाई के पास वुझेन में चीन में विश्व इंटरनेट सम्मेलन के चौथे संस्करण में हिस्सा लेने केबाद पिचई ने कहा था कि चीन के कई छोटे व मझौले स्तर के व्यवसाय को गूगल का फायदा मिलेगा।