नई दिल्ली: वर्ल्ड वाइड वेब यानी WWW की 30वीं सालगिराह को गूगल, डूडल बनाकर सेलिब्रेट कर रहा है। 12 मार्च, 1989 को 33 साल की उम्र में सर टिम बर्नर्स-ली ने अपने बॉस को एक प्रपोजल 'इंफॉरमेशन मैनेजमेंट: अ प्रपोजल' सबमिट किया था, जिसे आज हम वर्ल्ड वाइड वेब के नाम से जानते हैं। उस वक्त तैयार किए कए WWW ने आज दुनिया भर में क्रांति ला दी है। बता दें कि टिम यूरोपियन सीईआरएन लैब में काम करते थे।
सर टिम बर्नर्स-ली के बॉस ने उनके प्रपोजल को देखने के बाद कहा था कि अस्पष्ट है लेकिन एक्साइटिंग हैं। इस तरह का स्टेटमेंट किसी भी प्रपोजल के लिए ठीक-ठाक ही होता है। लेकिन, उस वक्त न तो टिम और न ही उनके बॉस को ये अंदाजा थी कि आने वाले वक्त में ये प्रपोजल इंटरनेट की दुनिया में क्रांति बनकर उभरेगा, और ऐसा ही हुआ। आज WWW दुनिया में टेक्नोलॉजी की सबसे बड़ी क्रांतियों में गिना जाता है।
टिम ने जब ये WWW का प्रपोजम अपने बॉस को दिया था उस वक्त वो अपनी नौकरी के दौरान ब्राउजर प्रोग्राम लिखा करते थे। उन्होंने एचटीएमएल, यूआरएल और एचटीटीपी टेक्नोलॉजी के फंडामेंल लिखे थे। 6 अगस्त को 1991 को उन्होंने वर्ल्ड वाइड वेब पर अपना रिसर्च पेपर जमा किया था।