लंदन। दुनिया के सबसे तेज इंटरनेट की स्पीड सुनकर आप भी दंग रह जाएंगे। दरअसल, इंटरनेट की स्पीड को लेकर यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने सबको चौंका दिया है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने विश्व की सर्वाधिक तेज इंटरनेट डेटा प्रसार दर हासिल कर ली है जिसकी गति इतनी तेज है कि समूची नेटफ्लिक्स लाइब्रेरी एक सेकेंड से कम समय में डाउनलोड हो सकती है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन ने सबसे तेज इंटरनेट का बयाना विश्व रिकॉर्ड
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) के अनुसंधानकर्ताओं ने दुनिया में सबसे तेज इंटरनेट 178 टेराबाइट्स प्रति सेकेंड (टीबीपीएस) का एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यूसीएल के अनुसंधानकर्ताओं ने प्रति सेकंड 178 टेराबाइट की डेटा प्रसार दर प्राप्त की है जो पूर्व के रिकॉर्ड से पांच गुना अधिक तेज है। इस रिकॉर्ड से संबंधित रिपोर्ट पत्रिका 'आईईईई फोटोनिक्स टेक्नोलॉजी लेटर्स' में प्रकाशित हुई है। 178 TBPS को और भी आसान भाषा में समझें तो 178,000 Gbps की रफ्तार। यानी एक एचडी फिल्म अगर 1GB की हुई तो एक सेकंड में आप 1 लाख 78 हजार एचडी फिल्में डाउनलोड कर सकेंगे।
पिछले रिकॉर्ड के मुकाबले 4 गुना ज्यादा तेज स्पीड का दावा
गौरतलब है कि भारत में सबसे धीमी इंटरनेट स्पीड 2 Mbps है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं की तरफ से किए गए इस परियोजना का संचालन डॉ लिडिया गाल्डिनो ने किया था। इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया में सबसे तेज इंटरनेट स्पीड को दर्ज किया गया था। उस समय दुनिया की सबसे तेज इंटरनेट स्पीड 44.2 Tbps दर्ज की गई थी। यानी पिछले रिकॉर्ड के मुकाबले नई स्पीड चार गुना ज्यादा तेज है।
Netflix के सारे कंटेंट को केवल एक सेकंड में कर सकते हैं डाउनलोड
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि एक प्रयोगशाला में प्रदर्शित यह रिकॉर्ड पूर्व में जापान में बनाए गए विश्व रिकॉर्ड से पांच गुना अधिक तेज है। इस शोध की मुख्य लेखिका लीडिया गेल्डिनो ने कि वे मौजूदा आधारभूत ढांचे के तहत अधिक सक्षमता से काम करने वाली प्रौद्योगिकी पर काम कर रहे हैं। अब आप सोचिए कि 178 Tbps की रफ्तार से आप क्या कर सकते हैं? आसान भाषा में समझें तो इस सुपरफास्ट स्पीड की मदद आप Netflix के सारे कंटेंट को केवल एक सेकेंड में डाउनलोड कर सकते हैं।
सिग्नल को बूस्ट करने के लिए किया गया नई एम्पलीफाइड तकनीक का इस्तेमाल
इस हाई स्पीड इंटरनेट के लिए यूसीएल शोधकर्ताओं ने स्टैंडर्ड ऑप्टिक फाइबर ऑप्टिक्स के बजाय हाई रेंज वेवलेंथ को अप्लाई किया। वहीं, एम्पलीफाई करने के बाद सिग्नल को बूस्ट करने के लिए नई एम्पलीफाइड तकनीक का इस्तेमाल किया गया। मौजूदा समय में इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए जिस सामान्य बुनियादी ढांचा का हम इस्तेमाल कर सकते हैं, वो 4.5THz की बैंडविड्थ का उपयोग करता है।
हालांकि, इस दौरान बाजार में एक नया 9THz कॉमर्शियल बैंडविड्थ मिल रहा है। बता दें कि 178Tbps की सुपर-फास्ट इंटरनेट स्पीड के लिए 16.8THz बैंडविड्थ का इस्तेमाल किया गया है। अब आप सोच रहे होंगे कि यह परियोजना काफी महंगी होगी, तो इसका जवाब है नहीं। यूसीएल के मुताबिक, इन एम्पलीफायरों को अपग्रेड करने में फाइबर ऑप्टिक केबल को लगाने भर का खर्च आया है।