वॉशिंगटन: दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट्स में से एक Facebook ने आतंकियों को पकड़ने के लिए बड़ा कदम उठाया है। फेसबुक ने यह खुलासा किया है कि वह अपने मालिकाना हक वाले अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट Instagram और मैसेजिंग ऐप WhatsApp यूजर्स के डेटा को शेयर कर रहा है। इन डेटा को शेयर करके फेसबुक आतंकियों को पकड़वाने में मदद करने की बात कह रहा है।
फेसबुक ने एक ब्लॉग के जरिए आतंकवाद से जुड़े कॉन्टेंट को अपनी साइट से दूर रखने के लिए कुछ तरीके भी बताए हैं। हालांकि उन तरीकों में से एक को विवादास्पद बताया जा रहा है। इसमें फेसबुक ने अपने यूजर्स के डेटा को को इकट्ठा करने की बात कही है। फेसबुक का कहना है कि अभी उसका ध्यान 'क्रॉस प्लैटफॉर्म कोलैबरेशन' पर है। अपनी इस योजना के तहत कंपनी अपने Instagram और WhatsApp यूजर्स के डेटा को इकट्ठा कर उनका विश्लेषण कर रही है।
फेसबुक ने अपने इस ब्लॉग पोस्ट में कहा है कि, 'हम जानते हैं कि आतंकवादी कभी-कभी बात करने के लिए इंक्रिप्टेड मेसेज का भी इस्तेमाल करते हैं जिसके कारण हम इन संदेशों को पढ़ने में नाकाम रहते हैं। पर हम वैध कानून प्रवर्तन के जवाब में वह जानकारी जरूर उपलब्ध कराते हैं जो हमारे कानून और नीतियों के अनुरूप है।'