नई दिल्ली: फेसबुक के CEO मार्क जकरबर्ग ने अगले कुछ महीनों में दुनिया के कई देशों में होने वाले चुनावों के मद्देनजर फेसबुक में कई जरूरी बदलाव करने की घोषणा की है। जकरबर्ग ने कहा है कि वह इसके लिए फेसबुक के सिक्यॉरिटी फीचर्स को मजबूत करेंगे और उन्नत आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करेंगे। बुधवार को अपनी पोस्ट पर किए गए एक कॉमेंट के जवाब में जकरबर्ग ने कहा, ‘हां, 2018 में अमेरिका, मेक्सिको, ब्राजील, हंगरी, भारत और पाकिस्तान समेत कई देशों में महत्वपूर्ण चुनाव होने वाले हैं। हम अपने आर्टिफिशल इंटेलिजेंस टूल को सभी जगहों पर और सभी भाषाओं में उतारने के लिए काम कर रहे हैं।’ गौरतलब है कि भारत में 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले कई राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने हैं।
जुकरबर्ग ने कहा, 'फेसबुक पर डाटा को सुरक्षित रखने के लिए हमने करीब 1,500 लोगों को रखा है। लोगों का गोपनीय तरीके से रहे और इसकी सुरक्षा को लेकर इसे सुरक्षा तकनीक से लैस करेंगे।' इससे पहले फेसबुक के डेटा लीक घोटाले की आंच भारत तक पहुंच गई थी जहां करोड़ों लोग इस सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। भारत में फेसबुक से जुड़े 5.5 लाख से अधिक उपयोक्ताओं से जुड़ी जानकारी लीक होने की आशंका है। हालांकि सीधे तौर पर प्रभावित उपयोक्ताओं की संख्या काफी कम है। इस बीच फेसबुक ने कहा है कि भारत में इस साल होने वाले चुनाव उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण है और वह अपनी सुरक्षा को चाकचौबंद करने पर काम कर रही है। फेसबुक ने कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका से जुड़े डेटा लीक प्रकरण से भारत में 5.62 लाख लोगों के संभावित प्रभावित होने की आशंका है।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले में भारत में 335 लोग ऐप इंस्टाल करने के कारण सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। इन 335 लोगों के दोस्तों के रूप में 5,62,120 अन्य लोगों के प्रभावित होने की आशंका है। फेसबुक के प्रवक्ता ने कहा, ‘इस तरह से भारत में कुल मिलाकर 5,62,455 संभावित प्रभावित उपयोक्ता हैं जो कि वैश्विक स्तर पर संभावित प्रभावितों का 0.6 प्रतिशत है।’ कंपनी का कहना है कि वह जांच कर रही है कि किन उपयोक्ताओं से जुड़ी जानकारी लीक हुई। आपको बता दें कि देश में फेसबुक के 20 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं। भारत सरकार ने पिछले महीने डेटा लीक के इस मुद्दे में फेसबुक व कैंब्रिज एनालिटिका को नोटिस जारी किया था।