नई दिल्ली: गूगल प्ले स्टोर के 400 एप्स 'ड्रेसकोड' नामक मैलवेयर से प्रभावित है। एक रिपोर्ट में गुरुवार को यह जानकारी दी गई। सॉफ्टवेयर सिक्यूरिटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ट्रेंड माइक्रो के मुताबिक 'ड्रेसकोड' मैलवेयर विभिन्न वायरसों को उपयोगकर्ता के नेटवर्क में घुसा देता है।
अगर इस मैलवेयर से ग्रस्त डिवाइस किसी एंटरप्राइस नेटवर्क से कनेक्ट होता है तो हमलावर वायरसों से समूचा नेटवर्क प्रभावित हो सकता है। यह इंटरनल सर्वर से संवेदनशील डेटा को उड़ा सकता है और उसे क्षतिग्रस्त कर सकता है।
ट्रेंड माइक्रो के 'मोबाइल एप रेपुरटेशन सर्विस' (मार्स) ने इस साल अगस्त में 1.66 करोड़ मैलवेयर का पता लगाया है जो कि जनवरी में ढूंढे गए मैलवेयर से 40 फीसदी अधिक है।
जिन एप्स को मैलवेयर ज्यादा शिकार बनाता है, उसमें गेम, वॉलपेपर, थीम और ऑप्टिमाइजेशन सॉफ्टवेयर शामिल है। ये मैलवेयर एप का बेहद छोटा सा हिस्सा होते हैं, जिससे इन्हें ढूंढना मुश्किल होता है।
आजकल कार्यालयों में कर्मचारी आमतौर पर वाईफाई से अपने निजी फोन को जोड़कर रखते हैं। इससे कार्यालयों के नेटवर्क को खतरा बढ़ गया है क्योंकि ये मैलवेयर मोबाइल फोन से मुख्य सर्वर तक पहुंच जाते हैं और उसे वायरस से संक्रमित कर देते हैं।