महिला फीफा वर्ल्ड कप 2023 के पहले मैच में न्यूजीलैंड फुटबॉल टीम ने नार्वे को 1-0 से शिकस्त दी। मैच से कुछ घंटों पहले एक व्यक्ति ने एक बन रही इमारत में गोलीबारी कर दी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, बाद में पुलिस ने हमलावर को मार गिराया। घटना में कम से कम चार नागरिक और एक पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए।
'तय कार्यक्रम के अनुसार ही होगा टूर्नामेंट'
पुलिस ने बयान में कहा कि घायल अधिकारी को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। यह घटना उन होटलों के पास हुई जहां टीम नॉर्वे और अन्य फुटबॉल टीमें ठहरी हुई हैं। घटना के बाद, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने कहा कि टूर्नामेंट तय कार्यक्रम के अनुसार होगा।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने आज सुबह फीफा आयोजकों से बात की है और टूर्नामेंट योजना के अनुसार आगे बढ़ेगा। मैं दोहराना चाहता हूं कि राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई व्यापक खतरा नहीं है। यह एक व्यक्ति की कार्रवाई प्रतीत होती है। इस प्रकार की स्थितियां तेजी से आगे बढ़ती हैं और जो लोग दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं, उनके कार्य वीरता से कम नहीं हैं
सुबह के समय की गोलबारी
पुलिस आयुक्त एंड्रयू कॉस्टर ने कहा कि बंदूकधारी 24 साल का युवक था, जो पहले बन रही इमारत पर पहले काम कर चुका था और ऐसा प्रतीत होता है कि उसका मकसद वहां उसके काम से जुड़ा था। शूटर के रूप में पहचाने गए व्यक्ति का पारिवारिक हिंसा का इतिहास था और वह घर में नजरबंदी की सजा काट रहा था, लेकिन उसे निचली क्वीन स्ट्रीट साइट पर काम करने की छूट थी। गोली चलाने वाला शख्स सुबह 7.20 बजे इमारत पर पहुंचा और गोलीबारी करनी शुरू कर दी। इससे कई गोल घायल हो गए। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि पुलिस ने उस व्यक्ति को गोली मारी थी या उसने खुद को मार डाला था। शूटर के पास बंदूक का लाइसेंस नहीं था।
साल 2019 में सामूहिक गोलीबारी के दौरान क्राइस्टचर्च शहर की दो मस्जिदों में एक बंदूकधारी ने 51 लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद न्यूजीलैंड ने हथियारों पर बैन लगा दिया था।
(INPUT: AP)