Highlights
- ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में होगा 2026 का कॉमनवेल्थ गेम्स
- अगले कॉमनवेल्थ गेम्स में शूटिंग की होगी वापसी
- शूटिंग में भारत ने जीते हैं सबसे ज्यादा पदक
CWG 2026 Shooting: अगला कॉमनवेल्थ गेम्स 2026 में ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में होगा। इंग्लैंड के बर्मिंघम में हुए 2022 गेम्स की तरह अगले खेलों में भी एथलीट्स और खेलप्रेमियों को कुछ बदलाव देखने को मिलेंगे। 2026 के खेलों में भारत के लिए सबसे अच्छे परिणाम देने वाले खेल की वापसी होगी। वहीं देश के कई दिग्गज खिलाड़ियों को अगले कॉमनवेल्थ गेम्स से अलग रहना पड़ेगा।
2026 कॉमनवेल्थ गेम्स में होगी शूटिंग की वापसी
कॉमनवेल्थ गेम्स के 2026 के एडिशन में शूटिंग की वापसी होगी। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) और कॉमनवेल्थ गेम्स ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को विक्टोरिया 2026 सीडब्ल्यूजी के लिए पूरे खेल कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें 20 खेल और 26 स्पर्धाएं शामिल हैं। निशानेबाजी को बर्मिंघम में हुए पिछले खेलों की सूची से हटा दिया गया था। निशानेबाजी कॉमनवेल्थ गेम्स में अब तक 135 पदक के साथ भारत का सबसे मजबूत खेल रहा है। भारत ने इस खेल में 63 स्वर्ण, 44 रजत और 28 कांस्य पदक जीते हैं। भारत ने 2018 गोल्ड कोस्ट गेम्स में निशानेबाजी में 16 पदक जीते थे जिसमें सात स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य शामिल थे, जो देश के कुल 66 पदकों का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा था। शूटिंग ऑस्ट्रेलिया में लोकप्रिय खेल है। ऑस्ट्रेलिया ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के बाद सबसे अधिक नौ पदक (3 स्वर्ण, 5 रजत, 1 कांस्य) जीता था।
2026 कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती शामिल नहीं
अगले गेम्स में कुश्ती का हटाया जाना भारत के लिए निराशाजनक होगा। भारत कुश्ती में अब तक 114 पदक जीते हैं जिसमें 49 स्वर्ण, 39 रजत और 26 कांस्य पदक शामिल हैं। रेसलिंग भारत को पदक दिलाने के मामले में तीसरे स्थान पर है। भारत ने बर्मिंघम खेलों में कुश्ती में सबसे अधिक 12 पदक जीते थे जिसमें छह स्वर्ण, एक रजत, पांच कांस्य शामिल थे। यह खेल 2010 के बाद से लगातार चार खेलों में शामिल रहा है। कुश्ती ऑस्ट्रेलिया में ज्यादा लोकप्रिय खेल नहीं है और मेजबान देश आमतौर पर ऐसे खेलों को चुनता है जहां घरेलू एथलीटों से अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद रहती है।
2026 कॉमनवेल्थ गेम्स में तीरंदाजी शामिल नहीं
तीरंदाजी केवल दो बार कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा रहा है। यह 1982 और 2010 में इन खेलों का हिस्सा बना और भारत इसके पदक तालिका में दूसरे स्थान पर है।
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने इस साल अप्रैल में सीजीएफ को 2026 सीडब्ल्यूजी में निशानेबाजी, कुश्ती और तीरंदाजी को शामिल करने के लिए लिखा था। उन्होंने इस खेलों की प्रारंभिक सूची से इन तीनों को हटाने के फैसले को चौंकाने वाला बताया था।