Thursday, November 14, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. खेल
  3. अन्य खेल
  4. Paris Paralympics 2024: आर्चरी में भारतीय मिक्सड टीम ने नाम किया ब्रॉन्ज मेडल, इन 2 प्लेयर्स ने दिखाया कमाल

Paris Paralympics 2024: आर्चरी में भारतीय मिक्सड टीम ने नाम किया ब्रॉन्ज मेडल, इन 2 प्लेयर्स ने दिखाया कमाल

पेरिस पैरालंपिक 2024 में आर्चरी में भारत के राकेश कुमार और शीतल देवी ने ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। इन दोनों प्लेयर्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और भारत की झोली में एक पदक डाल दिया।

Written By: Govind Singh @GovindS48617417
Updated on: September 02, 2024 23:59 IST
Sheetal Devi And Rakesh Kumar- India TV Hindi
Image Source : GETTY Sheetal Devi And Rakesh Kumar

पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय प्लेयर्स बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। शीतल देवी और राकेश कुमार की मिक्सड टीम ने आर्चरी में ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। भारतीय मिक्सड टीम ने 156 का स्कोर किया। वहीं इटली की टीम ने 155 का स्कोर किया। 

पीछे होने के बाद भारतीय जोड़ी ने की दमदार वापसी

ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए मैच में एक समय शीतल देवी और राकेश कुमार की भारतीय जोड़ी पीछे चल रही थी। लेकिन भारतीय जोड़ी ने दमदार वापसी करते हुए पदक जीत लिया। आखिर में शीतल देवी और राकेश कुमार ने 10-10 का स्कोर किया। इससे फाइनल स्कोर में वह इटली की टीम से एक अंक से बढ़त बनाने में कामयाब रहे। 

सेमीफाइनल में करीबी अंतर से मिली थी हार

भारतीय तीरंदाज शीतल देवी और राकेश कुमार की जोड़ी तीरंदाजी स्पर्धा के सेमीफाइनल में शूटआफ में ईरान की फातिमा हेमाती और हादी नोरी से हार गई। भारतीय जोड़ी फाइनल में जगह बनाने के करीब पहुंच गई थी लेकिन ईरानी टीम की शानदार वापसी और एक जज द्वारा स्कोर के रिविजन के बाद उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। स्कोर 152-152 से बराबर होने के बाद मुकाबला शूटआफ में गया। शूटआफ में दोनों टीमों ने परफेक्ट स्कोर किया लेकिन फातिमा का तीर बीचोंबीच लगा जिससे ईरानी टीम ने फाइनल में जगह बनाई। 

सेमीफाइनल तक भारतीय जोड़ी ने कमाल का प्रदर्शन किया था। शीतल देवी का जन्म 2007 में फोकोमेलिया नामक एक दुर्लभ जन्मजात विकार के साथ हुआ था जिसके कारण उसके अंग अविकसित रह जाते हैं। इस बीमारी के कारण उसके हाथ पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाए। 39 वर्षीय राकेश को रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी और 2009 में इससे उबरने के बाद उन्हें अहसास हुआ कि अब उन्हें जीवन भर व्हीलचेयर पर रहना होगा जिससे वे अवसाद में चले गए और यहां तक ​​कि उन्होंने आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा। लेकिन अब इन दोनों ने हिम्मत ना हारते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है।

(Input: PTI) 

यह भी पढ़ें: 

सुहास यतिराज ने सिल्वर जीतकर पैरालंपिक में रचा इतिहास, बैडमिंटन में ऐसा करने वाले पहले भारतीय

पेरिस पैरालंपिक 2024 में हुआ कमाल, बैडमिंटन वुमेंस सिंगल्स में भारत ने जीते सिल्वर और ब्रॉन्ज

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Other Sports News in Hindi के लिए क्लिक करें खेल सेक्‍शन

Advertisement

लाइव स्कोरकार्ड

Advertisement
Advertisement