भारतीय महिला हॉकी टीम की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने कहा कि जापान में हाल ही में जूनियर महिला टीम की कामयाबी के बाद सीनियर खिलाड़ी टीम में अपनी जगह को हल्के में नहीं ले सकते। चार बार की चैम्पियन कोरिया को भारतीय महिला हॉकी टीम ने 21 से शिकस्त दी।
कोच ने कही ये बड़ी बात
पहली बार जूनियर एशिया कप जीतने के बाद जूनियर महिला टीम स्वदेश लौट आई। कोच यानेके शॉपमैन ने कहा कि सीनियर खिलाड़ी काफी अच्छा खेल रहे हैं लेकिन चीन के हांगझोउ में सितंबर-अक्टूबर में होने वाले एशियाई खेलों के लिए टीम चुनते समय जूनियर खिलाड़ियों की उम्र आड़े नहीं आएगी। उन्होंने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैने सभी को मैदान के भीतर, बाहर और उनके प्रदर्शन को देखा है। देखते हैं कि क्या होता है लेकिन सीनियर खिलाड़ी काफी प्रतिस्पर्धी है और चयन के लिए हर सीजन में अच्छा खेलना होगा।
उम्र नहीं बनेगी बाधा
भारतीय महिला हॉकी टीम की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने कहा कि उम्र निर्णायक नहीं होगी (एशियाड टीम के चयन के लिए)। अब जूनियर एशिया कप में खिताबी जीत को भी ध्यान में रखा जाएगा। मैं जूनियर एशिया कप में टीम के प्रदर्शन से खुश हूं और मेरा टारगेट ऑस्ट्रेलिया दौरे तथा जूनियर एशिया कप को कोर ग्रुप तैयार करने के लिए इस्तेमाल करना था। उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों के लिए टीम का चयन इस महीने हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम बड़े टूर्नामेंटों के लिए टीम पहले चुन लेते हैं। इस महीने चयन ट्रायल हैं और खिलाड़ियों को अच्छा खेलना होगा।
टीम का बढ़ा मनोबल
मैं बड़ी तस्वीर देखती हूं और इसके लिए हर दिन अच्छा प्रदर्शन जरूरी है। फिलहाल हमारा कोर ग्रुप काफी मजबूत है और जूनियर टीम के पांच खिलाड़ी भी उसमें हैं। इन सभी के लिए एशियाई खेलों की टीम में जगह बनाने का मौका है। भारतीय फॉरवर्ड मुमताज खान ने जीत का श्रेय शॉपमैन को देते हुए कहा कि चिली में इस साल के आखिर में होने वाले जूनियर विश्व कप से पहले इस जीत से टीम का मनोबल बढा है।
(Input: PTI)