इंडिया ओपन में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की स्टार बैडमिंडन जोड़ी को फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें कैंग मिन ह्युक और सियो सेयुंग जेइ की साउथ कोरिया की वर्ल्ड चैंपियन जोड़ी के खिलाफ रविवार को यहां मेंस डबल्स के फाइनल में पहला गेम जीतने के बावजूद हार के साथ इंडिया ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट में उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा।
ऐसे मिली हार
सात्विक और चिराग की एशियान गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स की गोल्ड मेडल विजेता जोड़ी को फाइनल में कैंग और सियो की दुनिया की तीसरे नंबर की जोड़ी के खिलाफ एक घंटा और पांच मिनट में 21-15, 11-21, 18-21 से हार का सामना करना पड़ा जिससे यह जोड़ी दूसरी बार इंडिया ओपन का खिताब जीतने में सफल रही। आपको बता दें कि सात्विक और चिराग वर्ल्ड रैंकिंग में दूसरे स्थान पर है।
अच्छी शुरुआत के बाद भी हारे
भारतीय जोड़ी ने वर्ल्ड चैंपियन कैंग और सियो के खिलाफ अच्छी शुरुआत करने के बाद लय गंवा दी और लगातार छोटी-छोटी गलतियां की जिसका खामियाजा उन्हें खिताब गंवाकर चुकाना पड़ा। भारत और कोरिया की जोड़ी के बीच शुरुआत से ही कड़ी टक्कर देखने को मिली। सात्विक और चिराग ने पहले तीन अंक शटल को नेट के पार कराने में नाकाम रहने के कारण गंवाए। सात्विक में शुरुआत में काफी गलतियां की जिससे कैंग और सियो को कुछ आसान अंक मिले। खेल की गति काफी तेज थी इसलिए गलती की गुंजाइश भी काफी कम थी।
कैसा रहा तीनों सेट का हाल
सात्विक और चिराग ब्रेक तक 11-9 से आगे रहे। ब्रेक के बाद भारतीय जोड़ी ने स्कोर 13-9 किया और फिर बढ़त बरकरार रखते हुए इसे 18-13 किया। चिराग के स्मैश से भारतीय जोड़ी ने छह गेम प्वाइंट हासिल किए। कोरिया की जोड़ी ने एक अंक बचाया लेकिन फिर चिराग के शॉट को वापस भेजने में नाकाम रही जिससे सात्विक-चिराग ने पहला गेम 18 मिनट में 21-15 से जीत लिया।
दूसरे गेम में कोरिया की जोड़ी ने बेहतर शुरुआत करते हुए 5-1 की बढ़त बनाई। चिराग ने अपने तूफानी स्मैश से दो अंक जुटाकर स्कोर 4-6 किया। सात्विक और चिराग ने इस बीच कुछ शॉट बाहर और नेट पर मारे जिससे कैंग और सियो ब्रेक तक 11-5 की मजबूत बढ़त बनाने में सफल रहे। सात्विक और चिराग गलतियों पर अंकुश नहीं लगा पा रहे थे और कोरिया की जोड़ी ने लगातार नौ अंक के साथ स्कोर 16-5 किया और फिर आसानी से गेम जीतकर मुकाबला 1-1 से बराबर कर दिया।
तीसरे और निर्णायक गेम में भी सात्विक और चिराग ने लगातार सहज गलतियां की जिससे कैंग और सियो ने 6-3 की बढ़त बनाई। कोरियाई जोड़ी ब्रेक तक 11-6 से आगे रही। भारतीय जोड़ी ने ब्रेक के बाद वापसी करते हुए स्कोर 10-12 किया लेकिन कोरिया की जोड़ी लगातार अंक जुटाकर बढ़त बरकरार रखने में सफल रही और अंत में उन्होंने तीसरा सेट भी अपने नाम कर खिताब अपने नाम कर लिया।
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