भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने टेनिस से संन्यास ले सिया है। उन्होंने नम आंखों के साथ अपने करियर का समापन हैदराबाद में किया। सनिया के लिए यह बेहद इमोशनल पल रहा। उन्होंने इसी स्थान से अपने टेनिस करियर की शुरुआत की थी और इस अंत भी यहीं पर किया। सानिया ने हैदराबाद के लाल बहादुर टेनिस स्टेडियम में अपने करियर का अंतिम मुकाबला खेला। इस स्टेडियम में उन्होंने करीब दो दशक पहले ऐतिहासिक डब्ल्यूटीए सिंगल में खिताब जीतकर बड़े मंच पर अपने आगमन के संकेत दे दिए थे।
कई सितारे रहे मौजूद
सानिया का यह मैच देखने के लिए कई दिग्गज मैदान पर मौजूद थे। रोहन बोपन्ना, युवराज सिंह और उनकी सबसे अच्छी दोस्त बेथानी माटेक सैंड्स भी यह मैज देखने पहुंची। इस दौरान केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन सहित कई हस्तियां शामिल थीं। सानिया जब मैच के लिए मैदान पर पहुंची तो कई नामी हस्तियों और दर्शकों ने तालियों के साथ उनका स्वागत किया। सानिया मैच के बाद अपने विदाई भाषण में काफी ज्यादा भावुक हो गईं, उन्होंने कहा कि देश के लिए 20 सालों तक खेलना उनके लिए सबसे बड़ा सम्मान रहा है।
क्या बोली सानिया मिर्जा
छह बार (तीन महिला युगल में और तीन मिश्रित युगल में) की ग्रैंडस्लैम विजेता ने दो मिक्सड डबल के मैच खेले और दोनों मैचों में उन्हें जीत हासिल हुई। इस स्टेडियम में सानिया ने कई यादगार खिताब जीते हैं। उनके विदाई समारोह को किसी उत्सव की तरह मनाया गया। इस दौरान‘सेलीब्रेटिंग द लीगेसी ऑफ सानिया मिर्जा’ जैसे बैनर लगे थे। कुछ फैंस ने अपने हाथों में‘प्लेकार्ड’ पकड़े हुए थे। इन प्लेकार्ड पर लिखा था, ‘थैंक यू फॉर द मैमोरिज’ और ‘वी विल मिस यू सानिया’। स्कूली बच्चे भी उनका यह मैच देखने के लिए मैदान पर पहुंचे थे और जैसे ही सानिया ने कोर्ट में कदम रखा सभी ने उनके लिए ‘चीयर’ करना शुरू कर दिया।
मैच से पहले सानिया ने कहा, मैं आप सभी के सामने अपना अंतिम मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित हूं। सानिया ने उनकी यात्रा में उनका समर्थन करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, ‘‘मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान 20 साल तक अपने देश के लिए खेलना रहा है। शीर्ष स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना हर खिलाड़ी का सपना होता है। मैं ऐसा करने में सफल रही।’’ दर्शकों की हौसला अफजाई को देखकर सानिया भावुक हो गईं। उन्होंने कहा, ‘‘ये खुशी के आंसू हैं। मैं इससे बेहतर विदाई की उम्मीद नहीं कर सकती थी।’’ सानिया ने कहा कि भले ही उन्होंने खेल को अलविदा कह दिया हो लेकिन वह भारत और तेलंगाना में टेनिस और खेलों का हिस्सा बनी रहेंगी। मैच के बाद रामा राव और तेलंगाना के खेल मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने सानिया को सम्मानित किया।
यह भी पढ़े