Madrid Spain Masters 300: भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु इस साल पहली बार किसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थीं। सिंधु ने अच्छा प्रदर्शन करके मैड्रिड स्पेन मास्टर्स सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन ये खिलाड़ी आखिर में आकर मैच हार गई और सिंधु का इस साल पहला खिताब जीतने का सपना टूट गया।
सिंधु की फाइनल मैच में हार
भारत की पीवी सिंधु रविवार को यहां मैड्रिड स्पेन मास्टर्स सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में इंडोनेशिया की ग्रेगोरिया मारिस्का तुनजुंग से सीधे गेम में हार गईं। चोट के कारण पांच महीने तक बाहर रहने के बाद वापसी करने पर शुरुआती दौर से आगे बढ़ने में नाकाम रहने के कारण पिछले मंगलवार को शीर्ष 10 से बाहर होने वाली सिंधु फाइनल में किसी भी समय लय में नहीं दिखी और विश्व की 12वें नंबर की खिलाड़ी तुनजुंग से 8-21, 8-21 से हार गई।
इस फाइनल से पहले सिंधु का इंडोनेशिया की 23 वर्षीय खिलाड़ी के खिलाफ रिकॉर्ड 7-0 था लेकिन वह मैच में दबदबा बनाने में असफल रही और इस तरह से पिछले 8 महीनों में पहला खिताब जीतने का उनका सपना चकनाचूर हो गया। सिंधु फाइनल में भले हार गई लेकिन लंबे समय बाद खिताबी मुकाबले में जगह बनाने से उनका साल के आगामी टूर्नामेंट के लिए आत्मविश्वास बढ़ेगा। अगले महीने से पेरिस ओलंपिक के क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट भी शुरू हो रहे हैं। पूर्व विश्व चैंपियन सिंधु ने अपना आखिरी खिताब अगस्त 2022 में बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों में जीता था जबकि उन्होंने विश्व टूर का अंतिम खिताब पिछले साल जुलाई में सिंगापुर ओपन के रूप में जीता था।
फाइनल में चुकीं सिंधु
उन्होंने इस टूर्नामेंट में फाइनल से पहले तक अच्छा प्रदर्शन किया था तथा इस बीच एक भी गेम नहीं गंवाया था। खिताबी मुकाबले में हालांकि उनकी एक नहीं चली। तुनजुंग ने सिंधु के फोरहैंड को निशाने पर रखा और पहले गेम के शुरू में ही 5-1 से बढ़त हासिल कर ली। सिंधु ने वापसी करने की कोशिश की और तुनजुंग की बढ़त को 5-7 कर दिया। इंडोनेशिया के खिलाड़ी हालांकि इंटरवल तक पांच अंक की बढ़त पर थी। सिंधु ने इसके बाद काफी गलतियां की जिसका फायदा उठाकर तुनजुंग ने 12 गेम प्वाइंट हासिल किए और पहले गेम प्वाइंट पर ही पहला गेम अपने नाम किया।
तुनजुंग का स्ट्रोक प्ले शानदार था जिसका सिंधु के पास कोई जवाब नहीं था। इंडोनेशिया के खिलाड़ी ने दूसरे गेम में शुरू में 6-1 से बढ़त बनाई और इसके बाद भी मैच में दबदबा बनाए रखा। वह इंटरवल तक 11-3 से आगे थी। तुनजुंग ने इसके बाद भी अपना शानदार खेल जारी रखा और 12 चैंपियनशिप प्वाइंट हासिल किए। सिंधु ने फिर से नेट पर गलती की और इस तरह से तुनजुंग ने खिताब अपने नाम कर दिया।