दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में से एक किंग पेले का गुरुवार देर रात निधन हो गया था। उन्होंने 82 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कहे दिया। उनके निधन के बाद जहां उनका देश ब्राजील तो दुखी है वहीं दुनियाभर के कई फुटबॉल प्रेमी उनके जाने पर शोक व्यक्त कर रहे हैं। भारत में भी 45 साल पहले पेले जिस मोहन बागान क्लब के खिलाफ खेलने के लिए कोलकाता आए थे उसने भी उनके निधन पर शोक जताया है। पेले आखिरी बार 2015 में कोलकाता आए थे और यहां उनके काफी फैंस भी थे। यही कारण है कि कोलकाता में किंग पेले के निधन के बाद शोक की लहर है।
पेले का कैंसर से जूझने के बाद ब्राजील के साओ पाउलो के एक अस्पताल में निधन हो गया था। मोहन बागान ने इस दिन को एक काला दिवस के रूप में माना था। क्योंकि यह देश का एकमात्र क्लब है जिसके खिलाफ तीन बार के विश्व कप विजेता पेले ने एक प्रदर्शनी मैच में हिस्सा लिया था। पेले के निधन के कारण मोहन बागान ही नहीं उसके चिर प्रतिद्वंदी ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग ने भी अपने झंडे आधा झुका दिए। 1977 में पेले ने कोलकाता के ऐतिहासिक ईडेन गार्डेंस में मोहन बागान के खिलाफ एक मुकाबला खेला था।
पेले को खास सम्मान देगा मोहन बागान
मोहन बागान के सचिव देवाशीष दत्ता ने घोषणा की कि उनके क्लब में जल्द ही एक पेले गेट होगा। दत्ता ने मीडिया को बताया कि, हमने पहले ही इसकी घोषणा कर दी है और इस पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। दत्ता ने उस दिन को भी याद किया जब ईडन गार्डेंस में खेले गए मैच में मोहन बागान 2-1 से जीत दर्ज करने की स्थिति में था लेकिन कॉसमॉस को अंतिम क्षणों में पेनल्टी मिली जिस पर उसने गोल करके मैच ड्रॉ कराया था।
पेले को साल्ट लेक स्टेडियम में दी गई श्रद्धांजलि
उन्होंने बताया कि, 25 सितंबर 1977 क्लब के इतिहास में ऐतिहासिक दिन था। हमने न्यूयॉर्क कॉसमॉस के खिलाफ मैच में देश का प्रतिनिधित्व किया था। लोगों को तब भारत में केवल एक फुटबॉल क्लब की जानकारी थी और वह क्लब मोहन बागान था। कोलकाता के पूर्व खिलाड़ियों और चोटी के तीन क्लबों के प्रशासकों सहित पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री अरूप विश्वास ने ऐतिहासिक साल्ट लेक स्टेडियम में शुक्रवार की शाम को फुटबॉल के बादशाह को श्रद्धांजलि अर्पित की। स्टेडियम के परिसर में पेले की तस्वीर रखी हुई थी जिसमें लोगों ने फूल चढ़ाकर इस दिग्गज फुटबॉलर को श्रद्धांजलि दी।
ईस्ट बंगाल के अध्यक्ष प्रणव दासगुप्ता ने मीडिया से बताया कि, पेले विश्व में खेलों के राजा थे। उनके निधन से हम सभी और विश्व भर के खेल प्रेमी दुखी हैं। लगता नहीं है कभी उनकी जगह भर पाएगी। इस बीच अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) ने पेले की उपलब्धियों को याद करते हुए सात दिन के शोक की घोषणा की। AIFF के महासचिव शाजी प्रभाकरण ने कहा कि, फुटबॉल के दिग्गज पेले के निधन से हम सभी बेहद दुखी हैं और उनकी उपलब्धियों को याद कर रहे हैं। हम उनके निधन पर सात दिन तक शोक व्यक्त करेंगे। इस बीच एआईएफएफ का ध्वज आधा झुका होगा।