Highlights
- पाकिस्तानी पत्रकार ने महिला खिलाड़ियों के शॉर्ट्स पहनने पर जताई आपत्ति
- पाकिस्तानी टीम मैनेजमेंट ने की पत्रकार की आलोचना
- काठमांडू में सैफ चैंपियनशिप के दौरान हुई घटना
Pakistan Women’s Team: एक पाकिस्तानी पत्रकार ने एक टूर्नामेंट के दौरान अपने देश की राष्ट्रीय महिला फुटबॉल टीम के मैनेजर से एक ऐसा सवाल पूछा जिसे सुनकर सब हैरान रह गए। इस सवाल के लिए पाकिस्तानी पत्रकार की खूब आलोचना भी हुई। ये पूरा मामला काठमांडू में चल रही सैफ चैंपियनशिप के दौरान का है।
पाकिस्तानी पत्रकार ने महिला खिलाड़ियों के शॉर्ट्स पहनने पर जताई आपत्ति
पाकिस्तानी पत्रकार ने पाकिस्तान के मालदीव को सात गोल से हराने के तुरंत बाद टीम की खिलाड़ियों के शॉर्ट्स पहनने पर आपत्ति जताई। मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाता ने टीम के मैनेजर और अन्य अधिकारियों से पूछा, ‘‘जैसा कि आप जानते हैं कि हम इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान से ताल्लुक रखते हैं जो एक इस्लामिक देश है, मैं पूछना चाहता हूं कि इन लड़कियों ने शॉर्ट्स क्यों पहन रखी हैं, लेगिंग क्यों नहीं?’’ ये सवाल सुनकर कई लोग भड़क गए। खासकर टीम की जीत के बाद मैच की जगह लड़कियों की पोशाक के बारे में बात करना सबको अटपटा लगा।
पाकिस्तानी पत्रकार की हुई तीखी आलोचना
कई लोगों ने खिलाड़ियों के कपड़ों पर ध्यान केंद्रित करने और उनकी उपलब्धियों और जीत पर बात नहीं करने के लिए संवाददाता को कड़ी फटकार लगाई। टीम मैनेजर ने सात में से चार गोल करने के लिए ब्रिटिश-पाकिस्तानी फुटबॉलर नादिया खान की तारीफ की।
पाकिस्तानी पत्रकार के इस सवाल से सबसे ज्यादा हैरान महिला टीम के कोच आदिल रिजकी नजर आए। उन्होंने कहा कि खेलों में हर किसी को प्रगतिशील होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक पोशाक का सवाल है तो हमने कभी किसी को रोकने की कोशिश नहीं की, यह कुछ ऐसा है जिसे हम नियंत्रित नहीं करते।’’
पाकिस्तानी आवाम ने की पत्रकार की निंदा
वीडियो में संवाददाता के इस तरह के सवाल से सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गई। टीवी प्रेजेंटर और आरजे अनुषी अशरफ, स्क्वाश प्लेयर नूरेना शम्स और कई अन्य पाकिस्तान टीम की महिला खिलाड़ियों के समर्थन में सामने आए और रिपोर्टर को उसकी संकीर्ण मानसिकता के लिए फटकार लगाई। अन्य लोगों ने भी संवाददाता की आलोचना करते हुए कहा कि अगर उसे खिलाड़ियों को शॉर्ट्स में देखने में समस्या थी तो उसे इस कार्यक्रम को कवर नहीं करना चाहिए था।