ओलंपिक 2024 का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया जा रहा है। ओलंपिक में इस बार दस हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। इन सभी एथलीटों का टारगेट अपने देश के लिए मेडल जीतने पर होगा। मेडल के साथ-साथ ये एथलीट अपने देश का झंडा बड़े मंच पर गाड़ना चाहेंगे। इन सबसे के अलावा सभी के मन में यह एक सवाल जरूर होता है कि ओलंपिक में गोल्ड, सिल्वर या ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले एथलीटों को मेडल के अलावा प्राइज मनी के रूप में कितने रुपए दिए जाते हैं। तो आपको बता दें कि परंपरागत रूप से, ओलंपिक खेलों में खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार देने से परहेज किया जाता रहा है। ओलंपिक में मेडल जीतने वाले एथलीट को IOA की ओर से प्राइज मनी के रूप में कुछ भी नहीं दिया जाता है। हालांकि देशों की सरकारें और नेशनल खेल एसोसिएशन की तरफ से एथलीटों को ओलंपिक खेलों में उनकी उपलब्धियों के लिए नकद पुरस्कार के रूप में सम्मानित किया जाता रहा है, लेकिन इस बार इंटरनेशनल फेडरेशन ने भी पुरस्कारों की घोषणा की है।
इन फेडरेशन ने किया प्राइज मनी का ऐलान
ओलंपिक में इस साल ट्रैक और फील्ड इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीटों के लिए इस बार वर्ल्ड एथलेटिक्स की ओर प्राइज मनी का ऐलान किया गया है। उन्होंने गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीटों के लिए 50 हजार अमेरिकी डॉलर के नकद पुरस्कार का ऐलान किया है। इसके अलावा इंटरनेशनल बॉक्सिंग फेडरेशन ने भी सभी श्रेणियों में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को एक लाख अमेरिकी डॉलर का नकद पुरस्कार देने का वादा किया है। जोकि भारतीय रुपए में 83.5 लाख होते हैं। हालांकि हर फेडरेशन प्राइज मनी के इस विचार से सहमत नहीं हैं। कुछ फेडरेशन इस विचार के खिलाफ हैं। उनका मानना है कि पुरस्कार राशि देना ओलंपिक की भावना के खिलाफ है और इससे खिलाड़ियों के खेल को नुकसान है। वहीं दूसरी ओर कुछ खेल निकायों का मानना है कि खिलाड़ियों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए पुरस्कृत किया जाना चाहिए।
भारतीय खिलाड़ियों को पिछली बार मेडल जीतने पर मिला था ये इनाम
भारत को इस बार ओलंपिक में काफी मेडल की उम्मीद है। पिछली बार भारत के जिन 7 एथलीट ने देश के लिए मेडल जीता था उन्हें भारत सरकार द्वारा कुछ पैसे भी दिए गए थे। भारत सरकार ने पिछली बार गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा को 75 लाख रुपए दिए थे। इसके अलावा भारतीय ओलंपिक संघ ने भी एथलीटों को 10 मिलियन रुपए का अलग से इनाम दिया था। इन सबके अलावा राज्य सरकार की ओर से भी कुछ राशि दी गई थी।
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