ओलंपिक 2024 का आयोजन इस बार फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया जा रहा है। भारत इस बार अपने सबसे बड़े दल के साथ जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ओलंपिक में इस बार भारतीय फैंस को मेडल की उम्मीदें है। पिछली बार भारत ने टोक्यो ओलंपिक के दौरान 7 मेडल अपने नाम किए थे। वहीं इस बार उम्मीद लगाई जा रही है कि भारत मेडल के मामले में दहाई के आंकड़े को पार करेगा। इस दौरान हर किसी का मानना है कि जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत गोल्ड मेडल जीत रहा है।
इन दो एथलीट से भारत को उम्मीद
नीरज चोपड़ा ने पिछले ओलंपिक में जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के लिए इकलौता गोल्ड मेडल जीता था। जिसके बाद भारत में जैवलिन थ्रो का खेल काफी आगे बढ़ गया। इस बार सिर्फ नीरज चोपड़ा ही नहीं बल्कि दो अन्य ऐसे एथलीट हैं जो जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के लिए मेडल जीत सकते हैं। यह एथलीट कोई और नहीं बल्कि किशोर जेना और अन्नू रानी है। किशोर जेना नीरज चोपड़ा के साथ मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में भाग ले रहे हैं। वहीं महिलाओं के जैवलिन थ्रो इवेंट में अन्नू रानी भाग लेंगी। किशोर जेना भारत के सबसे नामी एथलीटों में से एक हैं। उन्होंने हाल ही खेले गए एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था। वह थोड़े से के लिए गोल्ड मेडल जीतने से चूक गए थे।
ओलंपिक में कब शामिल हुआ जैवलिन
708 बीसी में प्राचीन ओलंपिक खेलों में जैवलिन थ्रो को शामिल किया गया था लेकिन उस समय, जैवलिन एक स्टैंडअलोन खेल नहीं था बल्कि मल्टी-स्पोर्ट पेंटाथलॉन इवेंट का हिस्सा था। लेकिन साल 1908 में पहली बार लंदन ओलंपिक गेम्स में जैवलिन को आधुनिक यानी कि मॉडर्न ओलंपिक गेम्स का हिस्सा बनाया गया। महिलाओं के जैवलिन थ्रो की शुरुआत 1932 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में हुई। वहीं भारत ने पहली बार इस इवेंट में साल 2021 में पहला मेडल जीता।
यह भी पढ़ें
Paris Olympics 2024: भारत को कुश्ती में भी मिल सकता है मेडल, इन खिलाड़ियों से उम्मीद
BCCI लेने जा रहा बड़ा फैसला, अब स्टार क्रिकेटरों को भी खेलना होगा घरेलू क्रिकेट