मुंबई में कोराना की वजह से एशिया का सबसे बड़ी मैराथन का आयोजन रविवार को दो सालों के बाद किया गया। इस मैराथन में लोगों की भारी संख्या देखने को मिली। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इस मैराथन में भाग लिया। केंद्रीय मंत्री रिजिजू द्वारा विजेताओं को 4,50,000 डॉलर की राशि दे इनाम से नवाजा गया। मैराथन के लिए 55, 000 से अधिक फैंस वहां पर मौजूद थे। मुंबई और देश के अन्य हिस्सों से लोग बड़ी संख्या में इसे देखने के लिए वहां पहुंचे थे। पूरी मुंबई रोशनी से जगमगाती नजर आई, मैराथन में मुंबई के लोगों ही नहीं, बल्कि दिल्ली, गुजरात, चेन्नई, बैंगलोर और विदेशों के एथलीटों ने भी भाग लिया। योहान ब्लेक, मैराथन के ब्रांड एंबेसडर थे जो एक ओलंपिक चैंपियन और 2 बार के विश्व चैंपियन रह चुके हैं।
हजारों की संख्या में पहुंचे लोग
कोरोना महामारी के कारण 2021 और 2022 में मुंबई मैराथन का आयोजन नहीं हो सका था। यही वजह है कि इस बार मैराथन को लेकर लोगों में ज्यादा उत्साह रही। इस बार मुंबई मैराथन में 55,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया। हाफ मैराथन को छोड़कर, अन्य सभी दौड़ें रविवार (15 जनवरी) को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) से शुरू हुईं। मुंबई मैराथन दुनिया के शीर्ष 10 मैराथन में शामिल है। यह छह अलग-अलग दौड़ श्रेणियों में आयोजित की जाएगी - फुल मैराथन (42.195 किमी), हाफ मैराथन (21.097 किमी), ड्रीम रन (6.6 किमी), वरिष्ठ नागरिक दौड़ (4.7 किमी), विकलांग श्रेणी के चैंपियन (2.1 किमी) और ओपन 10 किमी दौड़।
कई सड़कों पर नो एंट्री
ट्रैफिक पुलिस द्वारा रविवार की मैराथन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाने के कारण मुंबई की सभी मेन सड़कों को आज बंद कर दिया गया या उनका मार्ग बदल दिया गया। 15 जनवरी को सुबह 3:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक कुछ रूटों पर नो एंट्री और नो पार्किंग थी। मुख्य रूप से सीएसटी से शुरू होने वाली मैराथन बांद्रा वर्ली सी लिंक से होकर गुजरी। एमजी रोड, केबी पाटिल मार्ग, एनएस रोड, वालकेश्वर रोड, बाबुलनाथ मार्ग, ह्यूजेस रोड, डॉ एबी रोड, मोरी रोड और कालानगर जंक्शन सहित 73 स्थानों पर सड़क सुरक्षा उपायों को लागू किया गया था।