खेल की दुनिया में अक्सर मैच फिक्सिंग या डोपिंग जैसे मामले सामने आते रहते हैं। मौजूदा समय में या कहें इस सदी में ऐसे मामलों का ग्राफ तेजी से बढ़ने लगा है। क्रिकेट में तो मैच फिक्सिंग के मामले कोई नई बात नहीं हैं। वहीं अब टेनिस में भी मैच फिक्सिंग के मामले आने लगे हैं। ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है जिसमें एक खिलाड़ी ने मैच फिक्सिंग का आरोप स्वीकारा और उसके बाद उसके ऊपर 9 महीने का बैन भी लगाया गया। यह मामला क्रिकेट नहीं बल्कि टेनिस की दुनिया से सामने आया है।
आपको बता दें कि चीन के एक युवा टेनिस खिलाड़ी पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे हैं। इस खिलाड़ी का नाम बाओलुओ झेंग बताया गया है। जिन्होंने अक्टूबर में मिस्त्र में आयोजित एक टूर्नामेंट में दूसरे खिलाड़ी को हारने के लिए पैसे देने की पेशकश की थी। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय टेनिस इंटीग्रिटी एजेंसी (ITIA) ने विस्तृत बयान दिया है। अब जुलाई तक झेंग पर बैन जारी रहेगा। इस दौरान वह इंटरनेशनल टेनिस व किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के पात्र नहीं होंगे।
ITIA ने दी विस्तार से जानकारी
टेनिस खिलाड़ी बाओलुओ झेंग ने मैच फिक्सिंग की बात खुद स्वीकारी इसके बाद उनके ऊपर नौ महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय टेनिस इंटीग्रिटी एजेंसी (ITIA) ने इस बात की जानकारी दी। एजेंसी ने बयान में कहा,‘‘इस 21 वर्षीय खिलाड़ी को विरोधी खिलाड़ी ने मिस्र में अक्टूबर 2022 में खेले गए टूर्नामेंट के दौरान जानबूझकर मैच गंवाने के लिए धनराशि देने की पेशकश की थी।’’ बाओलुओ झेंग पर इसके अलावा 5000 डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। इनमें 2000 डॉलर का जुर्माना निलंबित होगा।
चीनी खिलाड़ी ने भ्रष्टाचार निरोधक कानूनों के उल्लंघन की बात जांच में स्वीकार की थी। इसके बाद 27 अक्टूबर को अस्थाई तौर पर ही उन्हें निलंबित कर दिया गया था। ITIA ने कहा कि, इस मामले में जांच की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि आरोपी ने अपने आरोप को खुद ही स्वीकार कर लिया था। बाओलूओ ने खेल के भ्रष्टाचार रोधी नियमों की तीन धाराओं के उल्लंघन की बात स्वीकार की है। इस कारण उन्हें 26 जुलाई तक बैन कर दिया गया है। इस दौरान बाओलूओ किसी भी टेनिस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।