Highlights
- मैरीकॉम ने पिछले राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था
- वह छह बार विश्व चैंपियन रह चुकी हैं
- लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक भी जीतीं
भारत की स्टार मुक्केबाज और छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम को बड़ा झटका लगा है। 39 वर्षीय अनुभवी मुक्केबाज को शुक्रवार को राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल्स के बीच में ही हटने के लिए मजबूर होना पड़ा। वह मैच के दौरान 48 किग्रा सेमीफाइनल के पहले राउंड में अपना बांया घुटना मुड़ा बैठीं। इससे उनके एक और बार राष्ट्रमंडल खेलों में खेलने का सपना टूट गया। वह 2018 चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनी थीं। उनके हटने से हरियाणा की नीतू ने यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में राष्ट्रमंडल खेलों के ट्रायल्स के फाइनल में प्रवेश किया।
मैरीकॉम ने कहा कि मैं इसके लिये बहुत मेहनत कर रही थी। यह बदकिस्मती है। मुझे पहले कभी घुटने में चोट नहीं लगी। वहीं राष्ट्रीय कोच भास्कर भट्ट ने भी इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसके बारे में कोई कयास नहीं लगा सकता। मैरी इस ट्रायल के लिये बहुत मेहनत कर रही थी।"
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने एक बयान में कहा, "छह बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम शुक्रवार को लगी चोट के कारण 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के लिये चल रहे महिला मुक्केबाजी ट्रायल्स से हट गयी हैं।"
दरअसल लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मैरीकॉम को बाउट के पहले ही दौर में रिंग में गिर गईं। 39 साल की इस खिलाड़ी ने उठ कर प्रतिस्पर्धा करने की कोशिश की लेकिन एक दो मुक्का लगने के बाद उनका संतुलन बिगड़ गया और वह बायां पैर पकड़ कर बैठ गईं। इसके बाद मणिपुर की इस मुक्केबाज के घुटने पर पट्टी बांधी गयी और स्कैन के लिये अस्पताल ले जाया गया। जबकि रेफरी ने नीतू को विजेता घोषित कर दिया। इस साल अपने पदार्पण में प्रतिष्ठित स्ट्रैंद्जा मेमोरियल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू का सामना अब राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में जगह बनाने के लिये मंजू रानी से होगा।
गौरतलब है कि सबसे सफल भारतीय मुक्केबाज ने अगले महीने बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों पर ध्यान देने के लिए विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों से नाम वापस ले लिया था। मैरीकॉम का पिछला टूर्नामेंट टोक्यो ओलंपिक था जिसमें वह प्री क्वार्टर तक पहुंची थीं और कड़ी चुनौती देने के बाद हार गयी थीं। कई बार एशियाई स्वर्ण पदक विजेता मैरीकॉम ने अगले महीने बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों पर ध्यान लगाने के लिये पिछले महीने समाप्त हुई विश्व चैम्पियनशिप और स्थगित हुए एशियाई खेलों से भी हटने का फैसला किया था।
विश्व चैम्पियन निकहत जरीन और टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने अपने वजन वर्गों में शानदार जीत दर्ज की। निकहत (50 किग्रा) ने अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए अनामिका को 7-0 से चित्त किया। वहीं लवलीना (70 किग्रा) ने भी सर्वसम्मत फैसले से असम की साथी मुक्केबाज अंकुशिता बोरो को इसी 7-0 के अंतर से पराजित किया। सभी चार वजन वर्गों (48 किग्रा, 50 किग्रा, 60 किग्रा और 70 किग्रा) के फाइनल शनिवार को होंगे। राष्ट्रमंडल खेलों के लिये पुरूष टीम का चयन पहले ही किया जा चुका है।
इनपुट: PTI