आईएसएसएफ विश्व कप राइफल/पिस्टल/शॉटगन में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और दूसरे स्थान पर रहते हुआ अपना अभियान समाप्त किया। अजरबैजान के बाकू में आयोजित विश्व कप में भारतीय निशानेबाजों ने दो स्वर्ण समेत कुल पांच पदक अपने नाम किए। स्वप्निल कुसाले और आशी चौकसी ने 50 मीटर राइफल 'थ्री पोजीशन (3पी)' मिश्रित टीम प्रतियोगिता में शनिवार को स्वर्ण पदक जीता। जबकि पुरुषों की टीम स्पर्धा में स्वप्निल कुसाले, गोल्डी गुर्जर और कुमार दीपक की तिकड़ी ने रजत पदक अपने नाम किया। बाकू विश्व कप में यह स्वप्निल का पहला स्वर्ण और कुल तीसरा पदक था।
स्वप्निल और आशी की जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में यूक्रेन के सेरही कुलिश और डारिया टाइखोवा की जोड़ी को 16-12 से हराया। यह टूर्नामेंट में भारत का दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले इलावेनिल वलारिवन, श्रेया अग्रवाल और रमिता की तिकड़ी ने 10 मीटर एयर राइफल महिला टीम स्पर्धा में पीला तमगा हासिल किया था। भारतीय निशानेबाजों ने इसके अलावा टूर्नामेंट में तीन रजत पदक भी हासिल किये। जिससे टीम कोरिया के बाद पदक तालिका में दूसरे स्थान पर रही।
इस साल यह भारत का दूसरा आईएसएसएफ राइफल/पिस्टल विश्व कप था। भारतीय निशानेबाजों ने साल की शुरुआत में काहिरा में आयोजित पहले विश्व कप चरण में शीर्ष स्थान हासिल किया था। इसके बाद अप्रैल में रियो विश्व कप में राइफल और पिस्टल टीमों ने भाग नहीं लिया था। बाकू में भारत का प्रतिनिधित्व 12 सदस्यीय राइफल दस्ते ने किया। शॉटगन टीम ने विश्व कप के दो चरणों में भी भाग लिया और दोनों में पदक हासिल किये। इस साल के अंत में होने वाली विश्व चैंपियनशिप से पहले तीनों टीमें अगले महीने चांगवोन विश्व कप के चौथे और अंतिम चरण में खेलती नजर आएंगी।