भारतीय टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के फाइनल में चीन को 1-0 से हराकर लगातार दूसरी बार खिताब जीता था। इससे पहले भारत ने साल 2023 में भी ये ट्रॉफी जीती थी। सोनीपत की रहने वाली नेहा गोयल ACT 2024 टूर्नामेंट में भारतीय महिला टीम का हिस्सा रही हैं। एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया और टीम को खिताब जिताने में अहम भूमिका अदा की थी। अब वह जल्द ही जिंदगी की नई पारी की शुरुआत करने जा रही हैं। वह 24 नवंबर को करनाल के रहने वाले सुनील के साथ शादी के 7 फेरे लेंगी।
हॉकी स्टिक ने बदली नेहा की जिंदगी
नेहा गोयल के घर पर शादी की परंपरागत रस्म शुरू हो गई हैं। जबकि हल्दी की रस्म उनकी प्रशिक्षक, भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान एवं द्रोणाचार्य अवार्डी प्रीतम सिवाच के घर हुई। दोनों परिवारों की सहमति के बाद लव मैरिज अब अरेंज मैरिज के तौर पर हो रही है। नेहा ने महज 7 साल की उम्र में ही संघर्ष की शुरुआत की थी। उनकी तीन बहनें हैं, जिनका पालन-पोषण उनकी मां सावित्री देवी ने किया। नेहा बताती हैं कि उनकी छोटी-छोटी खुशियों को पूरा करने के लिए उन्होंने फ्रैक्टरी में काम भी किया। वह जब छठी कक्षा में पहुंचीं तो यह सोचकर हॉकी स्टिक थामी थी कि अच्छे जूते और कपड़े मिलेंगे। यह कभी नहीं सोचा था कि यह हॉकी स्टिक उनकी जिंदगी ही बदल देगी। प्रशिक्षक प्रीतम सिवाच ने उनके अंदर छिपी प्रतिभा को पहचाना और तराशते हुए बेहतर कोचिंग दी। उनके आशीर्वाद से वह आज वह इंटरनेशनल लेवल पर हॉकी खेलने में कामयाब रही।
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर हुई खुशी
नेहा गोयल आज किसी पहचान की मोहताज नहीं है और एक सितारा बनकर चमक रही हैं। नेहा बताती हैं कि लगातार दूसरी बार एशियन चैंपियन ट्रॉफी जीतने के बाद शादी की खुशी भी दोगुनी हो गई है। देश के लिए जिम्मेदारी निभाने के बाद अब शादी की तैयारियों में लगी हुई हैं। उनक मानना है कि आधुनिकता के दौर में संयुक्त परिवार खत्म होते जा रहे हैं। मेरी इच्छा थी कि मुझे ऐसा परिवार मिले, जो मिल जुलकर रहता हो, मेरा यह सपना भी अब पूरा होने जा रहा है। करनाल के सुनील का परिवार भी संयुक्त परिवार के रूप में रहता है।
अंडर-17 के टूर्नामेंट में सुनील से हुई थी मुलाकात
नेहा गोयल ने कहा कि अंडर-17 के राष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलने के दौरान सुनील से मुलाकात हुई थी। वहीं से हमारी दोस्ती शुरू हुई थी। उन्होंने कहा कि वह सुनील को प्यार से सुक्कड़ बोलती थी। उनका स्वभाव बेहद शांत और मिलनसार है। वह कोलकाता में कैग में ऑडिट की पोस्ट पर नौकरी करते हैं और शादी के बाद दिल्ली में ट्रांसफर ले लेंगे। नेहा ने कहा कि वर्ष 2015 में उनके पैर में इंजरी हुई थी तो वह टूट गई थी। डॉक्टर ने उन्हें भविष्य में खेलने के लिए मना कर दिया था। तब सुनील ने खूब मदद की थी। नेहा को डॉक्टर के पास ले जाकर फिजियोथेरेपी से लेकर इलाज तक में मदद की। जिससे वह दोबारा मैदान में उतर सकीं।
(रिपोर्ट: सन्नी मलिक)
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