पेरिस ओलंपिक 2024 महाकुंभ के शुरू होने में अब कम समय बचा हुआ है। पेरिस ओलंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से होगी और इसका समापन 11 अगस्त को होगा। ओलंपिक को दुनिया के सबसे बड़े गेम्स में से एक माना जाता है। यहां अच्छा प्रदर्शन करने के लिए हर खिलाड़ी बेकरार रहता है। भारतीय हॉकी टीम हमेशा से ही पेरिस ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करती है। भारतीय हॉकी के स्वर्णिम इतिहास से हर कोई अच्छी तरह से वाकिफ है।
पेरिस ओलंपिक से पहले स्विटरलैंड गई भारतीय हॉकी टीम
भारतीय पुरूष हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक से पहले स्विटजरलैंड में मशहूर माइक हार्न्स बेस के लिए रवाना हो गई, जिसके बाद नीदरलैंड में एक अभ्यास शिविर में भाग लेगी। स्विटजरलैंड में तीन दिवसीय शिविर खिलाड़ियों को मानसिक रूप से मजबूत बनाने के लिए लगाया गया है। इसके बाद टीम नीदरलैंड में प्रैक्टिस मैच खेलेगी और फिर पेरिस रवाना होगी। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि ओलंपिक से पहले आगामी अनुभव टीम को मानसिक और शारीरिक रूप से सर्वश्रेष्ठ स्थिति में रखने के लिए काफी उपयोगी होंगे।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कही ये बात
भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि हमने अभी बेंगलुरू में दो सप्ताह का शिविर खत्म किया है। अब स्विटजरलैंड में माइक हॉर्न जा रहे हैं जो साहसिक गतिविधियों का केंद्र है । इसके बाद टीम नीदरलैंड और मलेशिया से अभ्यास मैच खेलेगी। भारतीय टीम 20 जुलाई को पेरिस पहुंचेगी। भारत को ओलंपिक में पहला मैच 27 जुलाई को न्यूजीलैंड से खेलना है जिसके बाद 29 जुलाई को अर्जेंटीना से, 30 जुलाई को आयरलैंड और एक अगस्त को बेल्जियम से मुकाबला है। आखिरी ग्रुप मैच दो अगस्त को ऑस्ट्रेलिया से खेलना है। भारत को नॉकआउट में पहुंचने के लिए टॉप चार में रहना होगा।
भारतीय टीम ने जीते कुल 8 गोल्ड मेडल
भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक के इतिहास में सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम है। टीम ने अभी तक ओलंपिक में कुल 8 स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं। पाकिस्तान, ब्रिटेन और जर्मनी ने 3-3 गोल्ड मेडल जीते हैं। साल 1928 से लेकर 1980 तक भारतीय हॉकी का दुनिया में दबदबा था। उस भारतीय टीम ने 1928 से 1964 के बीच 8 ओलंपिक खेले गए थे, जिसमें से भारत ने हॉकी में 7 बार गोल्ड जीता। उस समय भारतीय टीम के मेजर ध्यानचंद और रूप चंद जैसे प्लेयर्स थे, जो विरोधी टीमों के जबड़े से जीत छीनने के लिए जाने जाते थे।
लेकिन 1980 के बाद भारत का हॉकी में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। भारत ने हॉकी में आखिरी बार गोल्ड मेडल 1980 में जीता था। पिछले 44 साल से टीम इंडिया की झोलनी खाली है। साल 2020 में जरूर भारत ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इस बार भी हरमनप्रीत सिंह की कप्तानी में टीम इंडिया से मेडल की आस है।
पीवी सिंधु और शरत कमल होंगे ध्वजवाहक
पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए स्टार बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु महिला ध्वजवाहक और टेबल टेनिस प्लेयर शरत कमल पुरुष दल के ध्वजवाहक की जिम्मेदारी निभाएंगे। इसका ऐलान खुद भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने किया। साल 2012 के ओलंपिक खेलों में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में कांस्य पदक जीतने वाले गगन नारंग को इस बार शेफ-डी-मिशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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