भारतीय पुरुष हॉकी टीम का एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में खराब प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा और उसे अपने दूसरे मैच में ग्रेट ब्रिटेन से 2-4 से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम की यह लगातार दूसरी हार है। ब्रिटेन ने तीन मैदानी गोल दागे जबकि भारत ने अपने दोनों गोल पेनल्टी कॉर्नर पर किए। ब्रिटेन की तरफ से नुर्स टिमोथी (छठे मिनट), सोर्सबी थामस (31वें), मोर्टन ली (33वें) और बेंडुरास निकोलस (53वें) ने गोल किए। भारत के लिए दोनों गोल हरमनप्रीत सिंह (13वें और 42वें मिनट) ने किए। हरमनप्रीत ने इस तरह से प्रो लीग में सर्वाधिक 35 गोल करने का रिकॉर्ड बना दिया है।
भारत की यूरोपीय चरण के इस दौरे में लगातार दूसरी हार है। भारतीय टीम अपने पहले मैच में शुक्रवार को अंतिम मिनट में गोल खाने के कारण बेल्जियम से 1-2 से हार गई थी। नुर्स ने सीनियर स्तर पर अपना पहला गोल करके ब्रिटेन को बढ़त दिलाई। वह ललित कुमार उपाध्याय और मनदीप मोर को छका कर भारतीय सर्कल में पहुंचे। उनके करारे शॉट का भारतीय गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक के पास कोई जवाब नहीं था।
पीआर श्रीजेश ने नहीं की गोलकीपिंग
पाठक ने शुरू में पीआर श्रीजेश की जगह गोलकीपर की जिम्मेदारी निभाई थी। ब्रिटेन की टीम ने आक्रामकता दिखाई जबकि भारतीय टीम उनकी बराबरी करने के लिए संघर्षरत दिखी। ब्रिटेन में पहला गोल करने के बाद एक और मूव बनाया लेकिन पाठक ने सैम वार्ड का प्रयास विफल कर दिया। भारत को 13वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। बराबरी का गोल करने के बाद भारतीयों का आत्मविश्वास बढ़ गया।
भारतीय टीम का गोल हुआ अमान्य
भारत ने दूसरे क्वार्टर में भी गोल किया लेकिन वीडियो रेफरल के बाद उसे अमान्य करार दिया गया। इस बीच वालेस जाचरी के पेनल्टी स्ट्रोक का श्रीजेश ने अच्छा बचाव किया। सोर्सबी ने हालांकि तीसरे क्वार्टर में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके ब्रिटेन को बढ़त दिला दी। इस क्वार्टर में ली ने भी मैदानी गोल दागा। इस मैच से पहले भारत और ग्रेट ब्रिटेन दोनों समान 19 अंकों के साथ तालिका में शीर्ष पर थे लेकिन शनिवार की जीत के बाद ब्रिटिश टीम ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।