पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने कमाल का प्रदर्शन किया और ब्रॉन्ज मेडल के साथ अपने सफर को खत्म किया। भारतीय हॉकी टीम के लिए यह सुनहरे पलों में से एक रहा। उन्होंने अपने ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन की टीम को हराया। भारत ने यह मैच 2-1 के अंतर से जीता। टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला काफी रोमांच से भरा रहा। भारतीय हॉकी टीम ने पिछले ओलंपिक में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। जहां उन्होंने टोक्यो में जर्मनी की टीम को हराया था। उस मैच को टीम इंडिया ने 5-4 के अंतर से जीता था। भारत ने ओलंपिक 2024 में मेडल जीतने के साथ ही एक बड़ा कारनामा कर दिया है।
भारतीय टीम का बड़ा कारनामा
हॉकी में टीम इंडिया ने ब्रॉन्ज मेडल जीतने के साथ ही एक बड़ा कारनामा किया। टीम इंडिया ने 52 सालों के बाद एक खास पल का अनुभव किया। आखिरी बार ओलंपिक 1972 वो पल था। जब भारत ने लगातार दो ओलंपिक में कोई भी मेडल जीता था। भारत ने ओलंपिक 1968 और 1972 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद अब जाकर भारत ने लगातार दो ओलंपिक में मेडल अपने नाम किए हैं। टोक्यो ओलंपिक और पेरिस ओलंपिक भारत के हॉकी इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। ये दो ओलंपिक भारतीय हॉकी के सुनहरे दौर की वापसी के संकेत रहे।
ऐसा करने वाली इकलौती टीम बनी भारत
भारतीय हॉकी टीम ने एक ऐसा कारनामा किया है जो पिछले ओलंपिक और इस ओलंपिक में किसी भी टीम ने नहीं किया है। भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए टोक्यो ओलंपिक 2020 और पेरिस ओलंपिक 2024 में मेडल अपने नाम किए। इस दोनों ओलंपिक में अन्य किसी भी टीम ने मेडल नहीं किया है। टोक्यो ओलंपिक में बेल्जियम ने गोल्ड और ऑस्ट्रेलिया ने सिल्वर मेडल जीता था। वहीं ये दोनों टीम इस बार क्वार्टर फाइनल से ही बाहर हो गईं। ऐसे में भारतीय हॉकी के लिए यह भी एक बड़ी बात रही की उन्होंने पिछले चार सालों में अपने खेल को बनाए रखा और टॉप तीन में अपना नाम इस बार भी शामिल किया।
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