Highlights
- भारतीय फुटबॉल टीम ग्रुप डी में दूसरे स्थान पर मौजूद है
- कंबोडिया को 2-0 और अफगानिस्तान को भारत ने 2-1 से दी थी मात
- पिछले दो मैचों में 4 में से 3 गोल कप्तान सुनील छेत्री ने किए
भारतीय फुटबॉल टीम ने मंगलवार को फलस्तीन के उलानबटोर में ग्रुप बी के मैच में फिलीपीन्स की हार से एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) एशियाई कप फाइनल्स के लिए क्वालीफाई कर लिया है। इस मैच में फलस्तीन की 4-0 से जीत के बाद, सुनील छेत्री की टीम ने लगातार दूसरी बार यह कारनामा कर दिखाया है। वहीं ओवरऑल भारत ने 5वीं बार इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया है। भारत के ग्रुप डी में छह अंक हैं और वह गोल अंतर में हांगकांग से पीछे दूसरे स्थान पर है।
भारत को आखिरी मैच हांगकांग से खेलना है लेकिन उसने अपने आखिरी ग्रुप मैच से पहले ही क्वालीफाई कर लिया है। इसके अलावा फलस्तीन ने अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहने के कारण 24 टीम के फाइनल्स के लिए सीधे क्वालीफाई कर लिया जबकि चार अंकों के साथ दूसरे स्थान पर काबिज होने के बावजूद फिलीपीन्स बाहर हो गया। आपको बता दें कि छह क्वालीफाईंग ग्रुप में से केवल शीर्ष पर रहने वाली टीम ही सीधे क्वालीफाई करती हैं। इसके अलावा अपने ग्रुप में दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम को भी आगे बढ़ने का मौका मिलता है।
कब-कब इस टूर्नामेंट के लिए भारत ने किया क्वालीफाई
भारत ने कुल मिलाकर पांचवीं बार - 1964, 1984, 2011, 2019 और अब 2023 में इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई किया। टीम ने एएफसी एशियन कप क्वालिफायर के तीसरे राउंड में शुरुआती दो मुकाबलों में कंबोडिया और अफगानिस्तान को हराया था। कंबोडिया के खिलाफ भारत को 2-0 से जीत मिली थी, वहीं अफगानिस्तान को सुनील छेत्री की टीम ने 2-1 से रौंदा था। कंबोडिया के खिलाफ दोनों गोल सुनील छेत्री ने ने किए थे। वहीं, अफगानिस्तान के खिलाफ छेत्री और सहल अब्दुल समद स्कोर करने में कामयाब रहे थे।
आखिरी मैच में मेस्सी के रिकॉर्ड पर होंगी छेत्री की नजरें
भारतीय टीम अब क्वालीफाई कर चुकी है और ऐसे में आखिरी मुकाबले में टीम अधिक आक्रामकता के साथ भी उतर सकती है। पिछले मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ गोल दागने के बाद भारतीय कप्तान सुनील छेत्री के अब 128 इंटरनेशनल मुकाबलों में 83 गोल हो गए थे। दुनियाभर के इंटरनेशनल फुटबॉलर्स की बात करें तो पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनेल मेस्सी टॉप पर हैं। रोनाल्डो ने 189 मैचों में 117 और मेस्सी ने 162 मैचों में 86 गोल किए हैं। ऐसे में मेस्सी से 3 गोल पीछे छेत्री की नजरें जरूर हांगकांग के खिलाफ इस रिकॉर्ड पर होंगी।