पैरालंपिक 2024, जो 28 अगस्त से 8 सितंबर तक पेरिस में आयोजित होने जा रहा है, में भारतीय दल एक बड़ी उम्मीद के साथ हिस्सा ले रहा है। इस बार भारत से 84 सदस्यीय टीम 12 अलग-अलग खेलों में अपनी काबिलियत दिखाएगी। भारतीय पैरालंपिक कमेटी के अध्यक्ष, देवेंद्र झाझरिया, का मानना है कि इस बार भारत कम से कम 25 पदक जीत सकता है, जो कि देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
प्रमोद भगत नहीं हैं भारतीय यूनिट का हिस्सा
स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी प्रमोद भगत को लेकर हाल ही में विवाद ने खेल जगत में हलचल मचा दी थी। टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन में स्वर्ण पदक जीतने वाले प्रमोद भगत को बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) ने अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत 18 महीने के लिए निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई BWF के एंटी-डोपिंग के नियम का उल्लंघन करने के कारण हुई है। इस निलंबन ने भारतीय टीम को एक बड़ा झटका दिया है। जिसके कारण वह पेरिस के लिए भारतीय दल का हिस्सा नहीं हैं, लेकिन झाझरिया को विश्वास है कि इससे टीम के मनोबल पर कोई स्थायी प्रभाव नहीं पड़ेगा।
झाझरिया को है पूरी उम्मीद
देवेंद्र झाझरिया, जो खुद दो बार पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं, ने साफ किया है कि प्रमोद भगत के बिना भी भारतीय दल 25 पदकों का लक्ष्य हासिल कर सकता है। झाझरिया का कहना है कि उन्होंने खिलाड़ियों की तैयारियों पर कड़ी निगरानी रखी है और उनका आत्मविश्वास मजबूत है। उन्होंने कहा कि हमने खिलाड़ियों की शारीरिक फिटनेस और मानसिक शक्ति पर बहुत मेहनत की है। मैंने खुद खिलाड़ियों के अभ्यास सत्र देखे हैं और मुझे यकीन है कि हम अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे।
पिछले प्रदर्शन और इस बार की तैयारी
टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय दल ने 19 पदक जीते थे और पदक तालिका में 24वें स्थान पर था। इस बार, झाझरिया ने टीम से 25 पदकों और तालिका में टॉप 20 में स्थान बनाने की उम्मीद जताई है। इस बार के पैरालंपिक में 84 खिलाड़ी भाग लेंगे, जो पिछले बार के 56 खिलाड़ियों से अधिक हैं। ब्लाइंड जूडो, पैरा सेलिंग, और पैरा साइकिलिंग में पहली बार भारत के खिलाड़ी हिस्सा लेंगे, जिससे उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। झाझरिया को सबसे ज्यादा उम्मीदें एथलेटिक्स से हैं। भारतीय दल में 38 ट्रैक और फील्ड एथलीट शामिल हैं, जिनसे झाझरिया को सबसे अधिक पदक की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमारे दल में 47 नए खिलाड़ी हैं, जो अपने पहले पैरालंपिक में हिस्सा लेने के बावजूद आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और मानसिक रूप से मजबूत हैं।