Highlights
- कॉमनवेल्थ के सातवें दिन भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन
- भारत के 6 मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में बनाई जगह
- गेम्स के सातवें दिन हर भारतीय मुक्केबाज को मिली जीत
India Day 7 at CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स के सातवें दिन भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन लगातार जारी है। गुरुवार को हुए क्वॉर्टरफाइनल मुकाबलों में भारतीय मुक्केबाजों ने भारत के लिए तीन और पदक को पक्का दिया। खेलों के सातवें दिन सेमीफाइनल में जगह बनाने वाले मुक्केबाज हैं- अमित पंघाल, जैसमीन लैम्बोरिया और सागर।
2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप सिल्वर मेडलिस्ट भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने 51 किलोग्राम फ्लाईवेट कैटेगरी के पुरुष क्वॉर्टर फाइनल में शानदार जीत दर्ज की। उन्होंने स्कॉटलैंड के बॉक्सर लेनन मुलिगन को अंकों के आधार पर 5-0 से हराया और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। अमित पंघाल ने इस जीत के साथ मुक्केबाजी से भारत का चौथा पदक कर दिया।
इसके बाद बॉक्सिंग रिंग में उतरने की बारी थी भारत की महिला मुक्केबाज जैसमीन लैम्बोरिया की। जैसमीन ने 60 किलोग्राम वर्ग में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड की ट्रॉए गार्टन के खिलाफ क्वार्टरफाइनल बाउट जीत लिया। उन्होंने इस बाउट को प्वॉइंट्स के आधार पर 4-1 से अपने नाम किया और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। जैसमीन की इस जीत के साथ भारत का कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में मुक्केबाजी से पांचवां पदक पक्का हो गया।
कॉमनवेल्थ गेम्स के सातवें दिन भारतीय मुक्केबाज सागर ने 92 किलोग्राम सुपर हेवीवेट कैटेगरी के क्वॉर्टरफाइनल में सेशेल्स के मुक्केबाज केडी इवांस के खिलाफ एकतरफा मुकाबला खेला। ज्यादातर मौकों पर सागर के जोरदार पंचों का सेशेल्स के मुक्केबाज के पास कोई जवाब नहीं था। भारतीय मुक्केबाज ने इस बाउट को अंकों के आधार पर जीता। उन्होंने इवांस को अंकों के आधार पर 5-0 से हराया। सागर बॉक्सिंग के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले छठे भारतीय हैं, लिहाजा उनकी इस जीत के साथ मुक्केबाजी में भारत के लिए छठा पदक पक्का हो गया।
इन तीनों मुक्केबाजों से पहले क्वॉर्टरफाइनल मुकाबलों में भारतीय महिला मुक्केबाज निकहत जरीन ने 50 किलोग्राम भारवर्ग लाइट फ्लाइवेट में अपना क्वार्टरफाइनल बाउट जीता था। उन्होंने वेल्स की हेलेन जोंस को 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाकर भारत के लिए तीसरे कांस्य पदक को पक्का किया था।
निकहत से पहले भारतीय मुक्केबाज नीतू घणघस और मोहम्मद सहमुद्दीन ने जीत दर्ज करके अपने-अपने पदक को पक्का किया था। भिवानी की नीतू ने अपने मुकाबले में नॉर्थ आयरलैंड की निकोल क्लाइड को हराया जबकि हसमुद्दीन ने नामीबिया के ट्राइगेन मॉर्मिंग एनडेवेलो को शिकस्त दी थी।