Highlights
- गेम्स के छठे दिन भारत को मिले 3 मेडल्स
- बॉक्सिंग में भारत को 3 मेडल मिलने हुए तय
- निकहत, नीतू, हसमुद्दीन ने जीते अपने-अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबले
India Day 6 at CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स के छठे दिन भारतीय मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन लगातार जारी है। बुधवार को हुए क्वॉर्टरफाइनल मुकाबलों में भारतीय महिला मुक्केबाज निकहत जरीन ने 50 किलोग्राम भारवर्ग लाइट फ्लाइवेट में अपना क्वार्टरफाइनल बाउट जीत लिया। उन्होंने वेल्स की हेलेन जोंस को 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और भारत के लिए कम से कम कांस्य पदक को पक्का कर दिया।
उनसे पहले नीतू घणघस और मोहम्मद सहमुद्दीन ने जीत दर्ज करके अपने-अपने पदक को पक्का कर लिया। भिवानी की नीतू ने अपने मुकाबले में नॉर्थ आयरलैंड की निकोल क्लाइड को हराया जबकि हसमुद्दीन ने नामीबिया के ट्राइगेन मॉर्मिंग एनडेवेलो को शिकस्त दी।
निजामाबाद के 28 साल के मुक्केबाज ने चार साल पहले गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। चार साल बाद बर्मिंघम गेम्स में अपना कांस्य पदक पक्का करने के लिए हसमुद्दीन को रिंग में खूब पसीना बहाना पड़ा।
हसमुद्दीन के मुकाबले से पहले, 21 साल की नीतू घणघस ने अपने क्वॉर्टर फाइनल मैच में जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने क्लाइड पर लगातार पंचों की बरसात कर दी। दो राउंड में उन्होंने विरोधी मुक्केबाज को पूर तरह से नॉकडाउन कर दिया। नतीजतन रेफरी को दो राउंड के बाद बाउट को रोककर नीतू को विजेता घोषित करना पड़ा।
नीतू बर्मिंघम में अपना कॉमनवेल्थ गेम्स डेब्यू कर रही हैं। वह जिस वेट कैटेगरी में हिस्सा ले रही हैं उसमें महान मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम हिस्सा लिया करती हैं, यानी उनके सामने काफी बड़ी जगह को भरने का दबाव है। मैरीकॉम सेलेक्शन ट्रायल के दौरान चोटिल होने के कारण कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए उपलब्ध नहीं हो सकी थीं।
भारतीय मुक्केबाजी दल ने बर्मिंघम आने से पहले आयरलैंड में ट्रेनिंग की थी और क्लाइड के खिलाफ मुकाबले में नीतू को इसका भरपूर फायदा भी मिला।
नीतू घणघस ने अपने बाउट के बाद कहा, “ये उसके खिलाफ मेरा पहला बाउट था लेकिन हमने दो हफ्ते पहले आयरलैंड में एकसाथ ट्रेनिंग की थी जिसका मुझे लाभ मिला। मुझे पता है कि मुझे कितनी उम्मीद करनी है”
बॉक्सिंग के अलावा जूडो में भारत के लिए अच्छी खबर आई। भारतीय महिला जूडोका तुलिका मान ने +78 किलो भारवर्ग में सिलवर मेडल को अपने नाम किया। फाइनल में उन्हें स्कॉटलैंड की सारा एडलिंग्टन के खिलाफ हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
अन्य मुकाबलों की बात करें तो हॉकी में भारतीय महिला और पुरुष टीम ने अपने अपने मुकाबले में कनाडा को हराया। वहीं लवप्रीत सिंह ने वेटलिफ्टिंग के 109 किलो भारवर्ग में भारत को एक ब्रॉन्ज मेडल दिलाया।