भारतीय टीम ने हॉकी वर्ल्ड कप का आगाज जीत के साथ किया है। टूर्नामेंट के पहले दिन शुक्रवार को भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्पेन को 2-0 से हराया। पूल डी के इस मैच में भारतीय टीम ने शुरुआत से ही स्पेन पर दबाव बनाकर रखा। खासकर, भारतीय डिफेंडर्स ने शानदार प्रदर्शन किया, जिसका नतीजा यह हुआ कि इस मुकाबले में स्पेन भारत के गोल पोस्ट को कभी भी भेद नहीं पाया। इस जीत ने भारतीय टीम को अपने पूल में इंग्लैंड के साथ टॉप पर पहुंचा दिया है। इंग्लैंड ने आज वर्ल्ड कप का पहला मैच खेलते हुए अपने पड़ोसी मुल्क वेल्स को 5-0 के बड़े अंतर से हराया था।
भारत को पहले क्वार्टर में मिली बढ़त
इस मुकाबले मे भारत के लिए पहला गोल पहले क्वार्टर में अमित रोहिदास ने किया। यह गोल पेनल्टी कॉर्नर की मदद से खेल के 12वें मिनट में दागा गया। इसके बाद, खेल के इस हिस्से में और कोई गोल नहीं हुआ। पहले क्वार्टर के बाद, कप्तान हरमनप्रीत सिंह की टीम 1-0 से आगे बनी रही।
भारत ने दूसरे क्वार्टर में बढ़त को किया दोगुना
पहले क्वार्टर की तरह दूसरे में भी शुरुआती 10 मिनटों तक खेल की रफ्तार धीमी नजर आई। हालांकि इस दौरान स्पेन ने एक बढ़िया मूव जरूर बनाया और वह फील्ड गोल करने के बेहर करीब तक पहुंच गए पर अनुभवी भारतीय स्टार गोलकीपर श्रीजेश ने इसे अपने चौकस अंदाज से नाकाम कर दिया। उन्होंने स्पेन के खिलाड़ी के गोल पोस्ट की ओर आते शॉट को स्टिक लगाकर बाहर भेज दिया। इस रफ्तार को तेज किया हार्दिक सिंह ने। खेल के 26वें मिनट में उन्होंने क्लासिकल फील्ड गोल दागकर भारत को 2-0 की बढ़त दिला दी।
भारतीय डिफेंस ने भारत की आसान जीत की पक्की
तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ और भारतीय टीम की 2-0 की लीड कायम रही। लेकिन 15 मिनट के आखिरी क्वार्टर में स्पेन को बैक टू बैक 2 पेनल्टी कॉर्नर मिले। इन दोनों ही मौकों पर भारतीय रक्षा पंक्ति ने मुस्तैदी से काम लेते हुए स्पेन के प्रयास को नाकाम कर दिया। भारत इस बार वर्ल्ड कप में अपने 48 साल के खिताबी सूखे को खत्म करने के लिए मैदान में उतरा है। मौजूदा ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट और कॉमनवेल्थ गेम्स के सिल्वर मेडलिस्ट से इस बार इतिहास का दूसरा खिताब जीतने की उम्मीद की जा रही है।