Hockey World Cup 2023: भारत में खेला जा रहा हॉकी वर्ल्ड कप 2023 अपने नॉकआउट स्टेज में पहुंच चुका है। भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर मैच में पेनल्टी शूटआउट में हारकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गई। वहीं भारत की ही तरह मलेशिया की टीम को भी क्रॉसओवर मैच में हारकर बाहर होना पड़ा है। इस टीम को भी शूटआउट में ही हार का सामना करना पड़ा है।
मलेशिया की टीम भी हुई बाहर
स्पेन ने पुरुष हॉकी विश्व कप के रोमांचक क्रॉसओवर मुकाबले में रविवार को पेनल्टी शूटआउट में मलेशिया को 4-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) विश्व कप के इस मुकाबले में नियमित समय में मैच 2-2 से बराबरी पर था। स्पेन की टीम अब मंगलवार को अंतिम-आठ चरण में खिताब के दावेदारों और पूल ए में तालिका पर शीर्ष पर रहे ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी। हाफ टाइम तक दोनों टीमें गोल नहीं कर सकीं थी। फैजल सारी ने 35वें मिनट में मलेशिया का खाता खोला लेकिन मार्क मिरालेस (41वें) और जेवियर गिस्पर्ट (42वें) ने एक मिनट के अंदर दो गोलकर स्पेन को 2-1 से आगे कर दिया।
पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा मुकाबला
इसके बाद शेलो सिल्वरियस ने शानदार मैदानी गोल दागकर स्कोर 2-2 कर दिया। पेनल्टी शूटआउट में पांच खिलाड़ियों के पहले सेट के शॉट लेने के बाद स्कोर 3-3 से बराबरी पर था। मलेशिया के लिए फिरहान अशरी, फैजल सारी और सुहैमी शाहमी इरफान ने गोल किए, जबकि मरहान जलील और शेलो सिल्वरियस चूक गए। स्पेन के लिए मार्क मिरालेस, बोनास्ट्रे जोर्डी और गिस्पर्ट जेवियर ने गोल किए जबकि अल्वारो इग्लेसियस और मार्क रेने इसमें नाकाम रहे। दोनों टीमों का स्कोर 3-3 की बराबरी पर था। इसके बाद ‘सडन डेथ’ में स्पेन के मार्क मिरालेस ने गोल किया जबकि मलेशिया के फिरहान अशारी चूक गए। स्पेन की टीम पूल डी में इंग्लैंड और भारत के बाद तीसरे स्थान पर रही थी।
बराबरी का रहा मुकाबला
टीम ने मैच के दौरान मलेशिया के सर्कल में कई बार प्रवेश कर अपना दबदबा कायम किया लेकिन मलेशिया ने जवाबी हमले से उसके प्रभाव को कम कर किया। स्पेन को मैच में 8 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन वह एक को भी गोल में नहीं बदल सका। मलेशिया ने एक पेनल्टी कार्नर हासिल किया और उसे गोल में बदलने में नाकाम रहा। मलेशिया चौथे क्वार्टर के पहले मिनट में गेंद को स्पेन के गोल पोस्ट में डाल दिया लेकिन अंपायर ने इसे ‘अमान्य गोल’ करार दिया। गेंद गेंद फैजल सारी के हॉकी स्टिक के पिछले हिस्से को छू कर गयी थी।