भारत में इसी महीने एफआईएच ओडिशा हॉकी वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन होना है। हॉकी वर्ल्ड कप में भारत ने लंबे समय से खिताब नहीं जीता है। ऐसे में भारतीय हॉकी टीम इस साल घर में खिताबी सूखे को खत्म करना चाहेगी। भारत को अपने पहले मुकाबले में स्पेन की टीम से भिड़ना है। इसी बीच भारत के युवा फॉरवर्ड खिलाड़ी अभिषेक ने एक बड़ा बयान दिया है। इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि देश के लिए वर्ल्ड कप खेलना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है।
सच हुआ अभिषेक का सपना
भारतीय टीम के युवा फारवर्ड अभिषेक 13 जनवरी से शुरू होने वाले एफआईएच ओडिशा हॉकी विश्व कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला में अपनी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। एफआईएच हॉकी प्रो लीग के पिछले सत्र में डेब्यू करने वाले 23 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ''घरेलू वर्ल्ड कप में भारत के लिए खेलना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है।'' उन्होंने कहा, ''मैं बहुत उत्सहित हूं, लेकिन साथ ही, मैं थोड़ा नर्वस भी हूं। यह न केवल मेरा पहला विश्व कप होगा, बल्कि इतने दर्शकों के सामने खेलने का मेरा पहला अनुभव भी होगा। हॉकी को लेकर ओडिशा के लोग बहुत भावुक हैं। उनके सामने खेलना मेरे लिए शानदार अनुभव होगा।''
11 साल की उम्र से थी हॉकी की चाह
अभिषेक की हॉकी यात्रा हरियाणा के सोनीपत में 11 साल की उम्र में शुरू हुई, जब उन्होंने अपने दोस्तों को अपने स्कूल में हॉकी खेलते हुए देखा। एक आर्मी मैन के बेटे ने अपने स्कूल टीचर और कोच शमशेर सिंह के अधीन अपने टैलेंट का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ''अपने स्कूल से शुरू करने के बाद, मुझे राष्ट्रीय हॉकी अकादमी, दिल्ली में चुना गया, और 2013-2015 के बीच राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हरियाणा के लिए खेलने के बाद, मुझे जूनियर कैंप के लिए मौका दिया गया।''
जीत चुके हैं अंडर-18 एशिया कप
अभिषेक उस भारतीय टीम का हिस्सा थे, जिसने बांग्लादेश में 2016 अंडर-18 एशियाई कप जीता था। उन्होंने फाइनल में मेजबान टीम के खिलाफ टीम की 5-4 से जीत में विजयी गोल किया। हालांकि, फॉरवर्ड आगे नहीं बढ़ सके और उन्हें जूनियर नेशनल कैंप से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा, ''मैं 2016 जूनियर विश्व कप टीम में जगह बनाने से चूक गया क्योंकि मैं अपेक्षाकृत युवा था, और जूनियर राष्ट्रीय कैंप से हटा दिया गया था। यह मेरे लिए एक बड़ी निराशा थी।"
आखिरकार रंग लाई मेहनत
लगभग तीन साल बाद, अभिषेक की मेहनत रंग लाई क्योंकि उन्हें सीनियर नेशनल कैंप के लिए बुलाया गया और पंजाब नेशनल बैंक को पहली हॉकी इंडिया सीनियर मेन इंटर-डिपार्टमेंट नेशनल चैंपियनशिप 2021 में तीसरा स्थान हासिल करने में मदद मिली। छह गोल के साथ, वह टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी थे। अभिषेक ने कहा, ''वे तीन साल मेरे लिए चुनौतीपूर्ण थे, लेकिन मेरे कोच ने मेरा पूरा समर्थन किया। उन्होंने मुझे उस कठिन दौर से उबरने में मदद की। 2021 में एक अच्छा घरेलू सीजन होने के बाद, मुझे मुख्य टीम के लिए चुने जाने का भरोसा था।''
हरियाणा का ये खिलाड़ी एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2021/22 में तीसरे स्थान पर रहने वाली और बर्मिघम राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम में शामिल था।
Input-IANS