ओलंपिक गेम्स 2020 के बाद से ही भारतीय महिला हॉकी टीम का स्तर काफी का हो गया है। टीम इंडिया ओलंपिक में मेडल जीतने से थोड़ा सा ही चूक गई थी। इसी बीच भारतीय टीम की कप्तान सविता और डिफेंडर निक्की प्रधान ने एक बड़ा रिकॉर्ड बना लिया।
सविता और निक्की का रिकॉर्ड
सविता और निक्की प्रधान ने रविवार को एडीलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे मैच के दौरान देश के लिए क्रमश: 250 और 150 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की उपलब्धि हासिल की। डरबन में 2009 में चार देशों के स्पार कप टूर्नामेंट में पदार्पण के बाद सविता ने अच्छे प्रदर्शन की बदौलत टीम में अपनी जगह पक्की की। एक दशक से अधिक समय के अपने करियर के दौरान 32 साल की सविता ने कई उपलब्धियां हासिल की जिसमें अर्जुन पुरस्कार भी शामिल है।
ओलंपिक में किया था कमाल का प्रदर्शन
उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में भारत के चौथे स्थान पर रहने के दौरान प्रभावी प्रदर्शन किया। वह 2016 रियो ओलंपिक और लंदन में महिला विश्व कप में खेलने वाली टीम का हिस्सा भी थीं। उनकी अगुआई में भारत ने 2022 में बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों का कांस्य पदक जीता और एफआईएच नेशन्स कप में भी खिताबी जीत दर्ज की जिससे टीम ने एफआईएच प्रो लीग 2023-24 के लिए क्वालीफाई किया। सविता ने इस खास उपलब्धि के बाद कहा कि यह मेरे लिए बेहद विशेष लम्हा है। यहां तक की यात्रा के दौरान मुझे कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा और टीम की मेरी साथियों के सहयोग के बिना यह उपलब्धि संभव नहीं हो पाती।
निक्की का भी कमाल
सविता के अलावा डिफेंडर निक्की ने भी रविवार को 150 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने की उपलब्धि हासिल की। निक्की ने कहा कि शीर्ष स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं था। रियो ओलंपिक और टोक्यो ओलंपिक में खेलना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान था। राष्ट्रीय टीम के साथ मेरा प्रदर्शन अच्छा रहा है और अब तक की यात्रा सुखद रही है। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं को देखते हुए मौजूदा साल हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है इसलिए मेरा लक्ष्य मैदान पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जारी रखना है जिससे कि मेरी टीम आगे बढ़ सके और निकट भविष्य में गौरव हासिल कर सके।