
दो बार के हैवीवेट चैंपियन और महान मुक्केबाज मोहम्मद अली के खिलाफ ऐतिहासिक 'रंबल इन द जंगल' मुकाबला लड़ने वाले जॉर्ज फोरमैन का शुक्रवार रात निधन हो गया। वह 76 साल के थे। उनके परिवार ने सोशल मीडिया पर इस दुखद समाचार की पुष्टि की, लेकिन उनकी मृत्यु कहां और किन परिस्थितियों में हुई, इस बात की कोई जानकारी नहीं दी।
टेक्सास के मूल निवासी फोरमैन ने अपने करियर की शुरुआत ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतकर की थी। 1973 में उन्होंने जो फ्रैजियर को हराकर पहली बार वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। वह 20 साल की उम्र में ही दुनिया के हेवीवेट चैंपियन बन गए थे, लेकिन ठीक एक साल बाद बॉक्सिंग इतिहास में शायद सबसे यादगार मुकाबले में वह मोहम्मद अली के हाथों अपनी चैंपियनशिप गंवा बैठे।
शानदार वापसी से मचाई सनसनी
इसके बाद फोरमैन ने एक लंबा ब्रेक लिया और करीब 10 सालों तक बॉक्सिंग से दूर रहे। हालांकि, 1994 में उन्होंने बॉक्सिंग में ऐतिहासिक वापसी की और 45 साल की उम्र में माइकल मूरर को हराकर एक बार फिर से हैवीवेट चैंपियन बन गए। यह जीत मुक्केबाजी के इतिहास के सबसे चौंकाने वाले नॉकआउट्स में से एक मानी जाती है, क्योंकि मूरर उनसे 19 साल छोटे थे। इस तरह 45 साल के फोरमैन हेवीवेट चैंपियनशिप जीतने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गए।
फोरमैन न केवल रिंग में अपने दमदार प्रदर्शन के लिए जाने जाते थे, बल्कि रिटायरमेंट के बाद भी उन्होंने अपनी अलग पहचान बनाई। उनका जीवन प्रेरणादायक रहा और उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।
(PTI Inputs)