FIH Pro League में भारत और ब्रिटेन के बीच मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में भारत ने दमदार जीत दर्ज करते हुए अपने लगातार दूसरे मैच में भी शानदार प्रदर्शन किया है। टीम इंडिया ने यह मैच पेनल्टी शूटआउट में अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही भारत ने एक बोनस अंक भी हासिल कर लिया है। इस मुकाबले से पहले भारत ने अपने पिछले मैच में ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम को हराया था। यह मुकबाल भी कांटे की टक्कर का रहा जहां भारत को जीत हासिल हुई।
रोमांचक मुकाबले में भारत की जीत
भारत और ब्रिटेन के बीच खेले गए इस मैच का स्कोर नियमित समय में 4-4 से बराबरी पर रहा। भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह (सातवें मिनट), मंदीप सिंह (19वें मिनट), सुखजीत सिंह (28वें मिनट) और अभिषेक (50वें मिनट) ने गोल दागे। घरेलू टीम के लिए सैम वार्ड स्टार रहे उन्होंने अपनी टीम के लिए सभी चारों गोल किए। उन्होंने आठवें, 40वें, 47वें और 53वें मिनट में गोल दागे। इस जीत से भारत को एक बोनस अंक मिला लेकिन टीम अब भी तालिका में ब्रिटेन से नीचे दूसरे स्थान पर बनी हुई है। भारत के 12 मैचों में 24 अंक हैं। ब्रिटेन 11 मैचों में 26 अंक लेकर तालिका में शीर्ष पर है। भारतीय टीम इससे पहले यहां पहले चरण के मुकाबले में ब्रिटेन से 2-4 से हार गयी थी लेकिन फिर उसने बेल्जियम को 5-1 से हराया। भारतीय टीम अब एफआईएच प्रो लीग अभियान के यूरोप चरण में सात जून को मेजबान नीदरलैंड से खेलने के लिए एंधोवेन की यात्रा करेगी।
कैसा रहा मैच का हाल
ब्रिटेन ने तेज शुरुआत की और तीसरे ही मिनट में फिल रोपर ने गोल में पहला शॉट लगाया लेकिन भारतीय गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने इसका अच्छा बचाव किया। तीन मिनट बाद ब्रिटेन ने लगातार पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए और पाठक फिर दोनों प्रयासों को विफल करने में सफल रहे। एक मिनट बाद मंदीप ने भारत के लिए पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और कप्तान हरमनप्रीत की ड्रैगफ्लिक ने ब्रिटेन के गोलकीपर डेविड एम्स को चौंकाते हुए 1-0 से बढ़त दिलाई। हालांकि भारतीय टीम की खुशी जल्द ही समाप्त हो गयी जब वार्ड ने अगले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। पहले क्वार्टर के अंत में ब्रिटेन को एक और कॉर्नर मिला लेकिन निकोलस बांडुराक का प्रयास सफल नहीं रहा।
दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने तेजी से खेलना जारी रखा। हार्दिक सिंह के शानदार प्रयास पर मंदीप ने गोल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। पहले हाफ के दो मिनट बाद सुखजीत ने गोल कर स्कोर 3-1 कर दिया। दोनों टीमें फिर 40वें मिनट तक कोई मौका नहीं बना सकी इस दौरान भारत ने एक और पेनल्टी कॉर्नर गंवा दिया। वार्ड ने ताकतवर फ्लिक से गोल दागकर स्कोर का अंतर कम किया। भारत ने काफी ज्यादा पेनल्टी कॉर्नर गंवाए लेकिन ब्रिटेन की टीम मौकों को नहीं भुना सकी। अंतिम क्वार्टर के शुरु होने के तुरंत बाद हरमनप्रीत के प्रयास को शिपरले ने रोक दिया। फिर वार्ड ने 47वें मिनट में मैदानी गोल से अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया।
अंतिम मिनट तक का रोमांच
अंतिम क्वार्टर में ब्रिटेन ने दबदबा बनाया हुआ था लेकिन 50वें मिनट में अभिषेक ने जवाबी हमले में मैदानी गोल से भारत को 4-3 से बढ़त दिलाई। पर वार्ड फिर अपना चौथा गोल कर ब्रिटेन को बराबरी पर लाने में सफल रहे। शूटआउट में मनप्रीत सिंह, हरमनप्रीत, ललित कुमार उपाध्याय और अभिषेक ने भारत के लिए गोल किए। ब्रिटेन के लिए पांच प्रयासों में एकमात्र गोल विल कालनन ने किया जबकि जाचारी वालेस, शिपरले और रोपर चूक गए। इसके साथ ही मैच 4-4 की बराबरी पर खत्म हुआ और अंच में पेनल्टी शूटआउट के जरिए भारत ने मैच जीत लिया।