FIFA World Cup 2022: कतर में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप शुरू होने से कई साल पहले से विवादों में रहा। शुरुआत में इस एशियाई देश को मिली इस मेगा इवेंट की मेजबानी पर विवाद हुआ। इसके बाद, स्टेडियम के निर्माण के दौरान मजदूरों के हालात और उनकी मौतों के आंकड़े पर भी विवाद हुआ। बहरहाल फुटबॉल वर्ल्ड कप शुरू हो चुका है और दुनिया इस टूर्नामेंट का मजा ठीक उसी तरह से ले रही है जिस तरह से उसने पिछली बार रूस में और उससे पहले ब्राजील में हुए वर्ल्ड कप का लिया था। लेकिन इन सबके बीच इस वर्ल्ड कप को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
वर्ल्ड कप स्टेडियम के निर्माणकार्य से जुड़े सैकड़ों लोगों की हुई मौतें
वर्ल्ड कप के आयोजन से जुड़े कतर के एक टॉप ऑफिशियल ने पहली बार टूर्नामेंट से जुड़े मजदूरों की मौत के आंकड़ों के बारे में एक बड़ा खुलासा किया है। जारी नए आंकड़े कतर के द्वारा बताए गए पहले के आंकड़ों से काफी बड़े हैं। इस शीर्ष अधिकारी के मुताबिक निर्माणकार्य के दौरान कम से कम 400 से 500 मजदूरों ने अपनी जानें गंवाई। यह दोहा की ओर से इससे पहले बताई गई किसी भी संख्या से काफी अधिक है। कतर की ‘डिलीवरी और लीगेसी’ से जुड़ी टॉप कमिटी के महासचिव हसन अल-थावाडी ने ब्रिटिश पत्रकार पियर्स मोर्गन को इंटरव्यू के दौरान यह आंकड़ा बताया।
टॉप ऑफिशियल ने मजदूरों की मौतों के सच से उठाया पर्दा
मोर्गन ने इंटरव्यू का एक हिस्सा ऑनलाइन डाला है जिसमें वह हसन से पूछते हैं, ‘‘वर्ल्ड कप से जुड़े काम करने के दौरान प्रवासी श्रमिकों की मौत से जुड़ा ईमानदार, सही आंकड़ा क्या है?’’ हसन ने कहा, ‘‘अनुमान 400 के आसपास है, 400 और 500 के बीच। मेरे पास सटीक नंबर नहीं है।’’
पहले बताए गए आंकड़ों को झुठला रहा है नया खुलासा
इस आंकड़े पर इससे पहले सार्वजनिक रूप से चर्चा नहीं की गई थी। 2014 से 2021 के अंत तक की शीर्ष समिति की रिपोर्ट में सिर्फ वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाले स्टेडियमों के निर्माण और नवीनीकरण में शामिल मजदूरों की मृत्यु की संख्या शामिल थी। आधिकारिक तौर पर पहले जारी किए गए आंकड़ों में मौतों की कुल संख्या 40 बताई गई है।
बता दें कि पश्चिम एशिया को पहली बार मिली पहले वर्ल्ड कप की मेजबानी के बाद कतर ने 200 अरब डॉलर से ज्यादा के स्टेडियम, मेट्रो लाइन और टूर्नामेंट के लिए जरूरी नए बुनियादी ढांचों का निर्माण कराया। ये तमाम मौतें इन्हीं निर्माणों के दौरान हुए बताए गए हैं।
कतर पर मानवाधिकार समूहों का तेज हो सकता है हमला
मजदूरों की मौतों के नए आंकड़ों के सामने आने के बाद दुनिया भर के तमाम मानवाधिकार समूहों द्वारा आलोचना और तेज होने की आशंका है। तमाम ह्यूमन राइट्स ग्रुप निर्माण के दौरान प्रवासी मजदूरों की मौत के आंकड़ों के लिए कतर की आलोचना करते रहे हैं। शीर्ष समिति और कतर की सरकार ने मंगलवार को जारी इस आंकड़े पर कोई भी रिएक्शन नहीं दिया।