Highlights
- एफसी गोवा के फारवर्ड जॉर्ज ओर्टिज पर ‘हिंसक व्यवहार’ के आरोप तय किए गए
- ओर्टिज पर आरोप लगा है की उन्होंने मैच के दौरान खेल रुके होने के समय विरोधी खिलाड़ी को धक्का दिया
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की अनुशासन समिति ने 11 दिसंबर को बेंगलुरू एफसी के खिलाफ इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) मैच के दौरान खेल रुके होने के समय विरोधी खिलाड़ी को धक्का देने के कारण सोमवार को एफसी गोवा के फारवर्ड जॉर्ज ओर्टिज पर ‘हिंसक व्यवहार’ के आरोप तय किए।
राष्ट्रीय महासंघ की अनुशासन समिति ने ओर्टिज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह मुकाबला बम्बोलिम के एथलेटिक्स स्टेडियम में खेला जा रहा था। ओर्टिज पर एआईएफएफ की अनुशासन संहिता के नियम 48.1.2 को तोड़ने का आरोप लगा है। समिति ने उन्हें जवाब देने के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया है।
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एआईएफएफ द्वारा नियुक्त रैफरी ने बीएफसी के खिलाफ मुकाबले के दौरान स्पेन के ओर्टिज को लाल कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया था जिसके कारण वह 18 दिसंबर को हैदराबाद एफसी के खिलाफ एफसी गोवा के अगले मुकाबले में नहीं खेल पाएंगे।
इस बीच चेन्नईयिन एफसी के खिलाफ मुकाबले के दौरान लाल कार्ड पाने वाले एटीके मोहन बागान के फिजियो लुई अल्फोंसो रेडोंडो मार्टिनेज पर भी यही आरोप लगाए गए हैं और उन्हें भी जवाब देने के लिए 15 दिसंबर की समय सीमा मिली है।